69000 शिक्षक भर्ती कोर्ट अपडेट 27 फरवरी बीटीसी लीगल टीम की कलम से
69000 शिक्षक भर्ती कोर्ट अपडेट 27 फरवरी बीटीसी लीगल टीम की कलम से
#शिक्षक_भर्ती_69000🚩🚩
#कोर्टअपडेट_27फरवरी ⏰⏰
#बीटीसीलीगलटीम🚩
दोस्तों नमस्कार🙏 🙏
आज अपने केस की सुनवाई 2:15 बजे की बजाए थोड़ा देर से शुरू हुई। 2:40 बजे जैसे ही केस शुरू हुआ तो विपक्षी सीनियर अधिवक्ता डॉक्टर एल पी मिश्रा जी द्वारा बहस प्रारंभ की गई। उनके द्वारा बहस कंपाइलेशन के माध्यम से की जा रही थी। जिसमे सर्व शिक्षा अभियान से लेकर शिक्षामित्रों के समायोजन व समायोजन का सप्रीम कोर्ट से निरस्तीकरण और उसके बाद के नियमावली संशोधन व दोनों भर्तियों के एक-एक विस्तृत बिंदुओं को सम्मिलित किया गया था।
चूंकि उन्होंने हर एक बिंदु पर विस्तृत बहस की। यही कारण था कि आज डॉ. मिश्रा जी का सबमिशन पूरा नहीं हो पाया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कुछ जजमेंट, सर्व शिक्षा अभियान, आरटीआई एक्ट, आनंद कुमार यादव, 68500 सहायक अध्यापक भर्ती, नियमावली संशोधनों आदि सभी को आधार बनाकर बहस की। जिसमें दोनों जज महोदय द्वारा कुछ क्रास क्वेश्चन भी किए गए। जिनका जवाब देने में डॉक्टर एल पी मिश्रा जी असमर्थ रहे।
जब मिश्रा जी द्वारा कहा गया 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में पासिंग मार्क 40-45% किया गया था और 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में 60%65% क्यों किया गया..?
तब जज साहब ने स्वयं क्रॉस प्रश्न करते हुए डॉक्टर एलपी मिश्रा जी से पूछा 2015 में आपकी फीस कम थी, 2020 में आपकी फीस ज्यादा क्यों हो गई..? क्या आपने फीस नही बढाई...?
दूसरा क्वेश्चन जस्टिस करुणेश पवार जी द्वारा पूछा गया कि जब अभी रिजल्ट ही नहीं आया है, तब आप यह कैसे मान सकते है कि आपके कैंडिडेट कैसे 60-65% पर क्वालीफाई नही कर सकते हैं...!
इसके अलावा डॉक्टर एल पी मिश्रा जी द्वारा भी कई क्वेश्चन पुट अप किए गए जिसका उत्तर जज साहब ने स्वयं ही दे दिया।
फिर मिश्रा जी ने शिक्षामित्रों की कहानी शुरू की। शिक्षामित्रों का आखिरी मौका है, मर्सी दे दी जाए..... इतना ज्यादा पासिंग मार्क रखना उचित नही है.....आदि बहुत सारी बातें कहीं ।
कुल मिलाकर आज इनकी बहस खत्म नहीं हो पाई और कल के लिए थोड़ा समय और मांग लिया।
अनुमान है कि कल यदि 2:15 सर 4:15 तक लगातार सुनवाई हुई तो विपक्ष के दोनों अधिवक्ता डॉ एल पी मिश्रा जी और परिहार जी का सबमिशन पूरा हो जाएगा क्योंकि डॉ मिश्रा जी का खत्म होते ही परिहार जी शुरू करेंगे और परिहार जी 1 घंटे से ज्यादा समय नहीं लेगे। एक शंका यह है कि कल अपने केस की सुनवाई 1 ही घण्टा यानी शायद 3:30 तक ही हो क्योंकि उसी बेंच में 3:30 बजे से जस्टिस पंकज सर का दूसरे जज जसप्रीत जी के साथ एक दूसरा पार्ट हर्ड केस लगा हुआ है। पर आप सब परेशान न हों जज साहब को अपना केस महत्वपूर्ण लग रहा है और वो सुनेगे भी।
अपनी बीटीसी टीम की तरफ से रिज्वाइंडर पर मोस्ट सीनियर अधिवक्ता #सुरेशकालियाजी पक्ष रखेंगे और लिखित सबमिशन अपनी टीम के दूसरे सीनियर अधिवक्ता अनिल तिवारी जी का सबमिट किया जाएगा। रिज्वाइंडर की बहस के बाद विपक्षी किसी अधिवक्ता को फिर से मौका नहीं मिलेगा।
Next Date :-- 28 फरवरी
Time :-- 2:15 (लंच बाद)
साथियों कुछ न्यूज़ चैनलों पर 69000 भर्ती के संबंध में डिबेट का आयोजन किया जाता है, जिसमें बीटीसी का पक्ष एक फेल अभ्यर्थी द्वारा रखा जाता है। साथियों इससे घबराने की कोई दिक्कत नहीं है। हम सभी 90-97 कट-ऑफ समर्थक हैं और हमारा यह मानना है कि हमारी नौकरी कोर्ट में अच्छी बहस करवाके केस जीतने से लगनी है, ना कि न्यूज़ चैनल पर डिबेट कर के। इसलिए हमारी टीम डिबेट से दूर रहती है और कोर्ट में पैरवी पर ध्यान देती है। टीम के सदस्य अन्य लोगो की तरह पब्लिसिटी के लिए नही काम करते बल्कि दिन रात एक करके शांतिपूर्वक केस पर ध्यान देते हैं।
आज सुबह कुछ लोगों द्वारा बीटीसी टीम पर आरोप लगाया जा रहा था कि मोस्ट सीनियर अधिवक्ता सुरेश #कालिया_जी कोर्ट में उपस्थित नहीं रहेंगे। जबकि वो आज पूरी सुनवाई के दौरान कोर्ट रूम में उपस्थित होकर विपक्ष की बहस को सुने। उम्मीद करता हूं ऐसे लोगों को जवाब मिल गया होगा क्योंकि टीम चिल्लाकर नही बल्कि शांति से अपना काम करके जबाब देती है।
#कोर्टअपडेट_27फरवरी ⏰⏰
#बीटीसीलीगलटीम🚩
दोस्तों नमस्कार🙏 🙏
आज अपने केस की सुनवाई 2:15 बजे की बजाए थोड़ा देर से शुरू हुई। 2:40 बजे जैसे ही केस शुरू हुआ तो विपक्षी सीनियर अधिवक्ता डॉक्टर एल पी मिश्रा जी द्वारा बहस प्रारंभ की गई। उनके द्वारा बहस कंपाइलेशन के माध्यम से की जा रही थी। जिसमे सर्व शिक्षा अभियान से लेकर शिक्षामित्रों के समायोजन व समायोजन का सप्रीम कोर्ट से निरस्तीकरण और उसके बाद के नियमावली संशोधन व दोनों भर्तियों के एक-एक विस्तृत बिंदुओं को सम्मिलित किया गया था।
चूंकि उन्होंने हर एक बिंदु पर विस्तृत बहस की। यही कारण था कि आज डॉ. मिश्रा जी का सबमिशन पूरा नहीं हो पाया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कुछ जजमेंट, सर्व शिक्षा अभियान, आरटीआई एक्ट, आनंद कुमार यादव, 68500 सहायक अध्यापक भर्ती, नियमावली संशोधनों आदि सभी को आधार बनाकर बहस की। जिसमें दोनों जज महोदय द्वारा कुछ क्रास क्वेश्चन भी किए गए। जिनका जवाब देने में डॉक्टर एल पी मिश्रा जी असमर्थ रहे।
जब मिश्रा जी द्वारा कहा गया 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में पासिंग मार्क 40-45% किया गया था और 69000 सहायक अध्यापक भर्ती में 60%65% क्यों किया गया..?
तब जज साहब ने स्वयं क्रॉस प्रश्न करते हुए डॉक्टर एलपी मिश्रा जी से पूछा 2015 में आपकी फीस कम थी, 2020 में आपकी फीस ज्यादा क्यों हो गई..? क्या आपने फीस नही बढाई...?
दूसरा क्वेश्चन जस्टिस करुणेश पवार जी द्वारा पूछा गया कि जब अभी रिजल्ट ही नहीं आया है, तब आप यह कैसे मान सकते है कि आपके कैंडिडेट कैसे 60-65% पर क्वालीफाई नही कर सकते हैं...!
इसके अलावा डॉक्टर एल पी मिश्रा जी द्वारा भी कई क्वेश्चन पुट अप किए गए जिसका उत्तर जज साहब ने स्वयं ही दे दिया।
फिर मिश्रा जी ने शिक्षामित्रों की कहानी शुरू की। शिक्षामित्रों का आखिरी मौका है, मर्सी दे दी जाए..... इतना ज्यादा पासिंग मार्क रखना उचित नही है.....आदि बहुत सारी बातें कहीं ।
कुल मिलाकर आज इनकी बहस खत्म नहीं हो पाई और कल के लिए थोड़ा समय और मांग लिया।
अनुमान है कि कल यदि 2:15 सर 4:15 तक लगातार सुनवाई हुई तो विपक्ष के दोनों अधिवक्ता डॉ एल पी मिश्रा जी और परिहार जी का सबमिशन पूरा हो जाएगा क्योंकि डॉ मिश्रा जी का खत्म होते ही परिहार जी शुरू करेंगे और परिहार जी 1 घंटे से ज्यादा समय नहीं लेगे। एक शंका यह है कि कल अपने केस की सुनवाई 1 ही घण्टा यानी शायद 3:30 तक ही हो क्योंकि उसी बेंच में 3:30 बजे से जस्टिस पंकज सर का दूसरे जज जसप्रीत जी के साथ एक दूसरा पार्ट हर्ड केस लगा हुआ है। पर आप सब परेशान न हों जज साहब को अपना केस महत्वपूर्ण लग रहा है और वो सुनेगे भी।
अपनी बीटीसी टीम की तरफ से रिज्वाइंडर पर मोस्ट सीनियर अधिवक्ता #सुरेशकालियाजी पक्ष रखेंगे और लिखित सबमिशन अपनी टीम के दूसरे सीनियर अधिवक्ता अनिल तिवारी जी का सबमिट किया जाएगा। रिज्वाइंडर की बहस के बाद विपक्षी किसी अधिवक्ता को फिर से मौका नहीं मिलेगा।
Next Date :-- 28 फरवरी
Time :-- 2:15 (लंच बाद)
साथियों कुछ न्यूज़ चैनलों पर 69000 भर्ती के संबंध में डिबेट का आयोजन किया जाता है, जिसमें बीटीसी का पक्ष एक फेल अभ्यर्थी द्वारा रखा जाता है। साथियों इससे घबराने की कोई दिक्कत नहीं है। हम सभी 90-97 कट-ऑफ समर्थक हैं और हमारा यह मानना है कि हमारी नौकरी कोर्ट में अच्छी बहस करवाके केस जीतने से लगनी है, ना कि न्यूज़ चैनल पर डिबेट कर के। इसलिए हमारी टीम डिबेट से दूर रहती है और कोर्ट में पैरवी पर ध्यान देती है। टीम के सदस्य अन्य लोगो की तरह पब्लिसिटी के लिए नही काम करते बल्कि दिन रात एक करके शांतिपूर्वक केस पर ध्यान देते हैं।
आज सुबह कुछ लोगों द्वारा बीटीसी टीम पर आरोप लगाया जा रहा था कि मोस्ट सीनियर अधिवक्ता सुरेश #कालिया_जी कोर्ट में उपस्थित नहीं रहेंगे। जबकि वो आज पूरी सुनवाई के दौरान कोर्ट रूम में उपस्थित होकर विपक्ष की बहस को सुने। उम्मीद करता हूं ऐसे लोगों को जवाब मिल गया होगा क्योंकि टीम चिल्लाकर नही बल्कि शांति से अपना काम करके जबाब देती है।
#बीटीसीलीगलटीम 🚩🚩
#विकास #सर्वेश
#रवि # आयुष
#अतुल #सुनील
#रजनीश #आशुतोष
#धन्यवाद 😊🙏
Post a Comment