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अनुदेशकों के ठेकेदार न बने शिक्षक संघ--तेजस्वी शुक्ला

अनुदेशकों के ठेकेदार न बने शिक्षक संघ--तेजस्वी शुक्ला

*अनुदेशकों के ठेकेदार ना बने शिक्षक संघ--तेजस्वी शुक्ला*
सम्मानित अनुदेशक साथियों को तेजस्वी का नमस्कार
    *सम्मानित अनुदेशक साथियों आप सभी को अवगत कराना है कि अभी हाल ही में माननीय मुख्यमंत्री जी के फंड में कोरोना से लड़ने हेतु प्रदेश के समस्त अनुदेशको द्वारा 1 दिन का मानदेय मार्च माह के मानदेय में कटौती कराई गई है जोकि देशहित मे स्वेच्छा से दिया गया* ।
            *कल की डेट में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश द्वारा एक पत्र जारी किया गया जिसमें साफ शब्दों में कहा गया है कि बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत अनुदेशकों का दोबारा 1 दिन का मानदेय की कटौती की जाए जिसका उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश घोर विरोध करता है*।
       *सम्मानित साथियों आप सब के तरफ से मै शिक्षक संघ को कहना चाहता हूं कि जब अनुदेशकों का मानदेय 8470 से 7000 किया गया था तब क्या कोई शिक्षक संघ आगे आया था  जब नहीं आए थे  तो आज आप मसीहा बनने चले हैं औ दूसरी बात क्या आज तक आप लोगों ने अनुदेशकों की आवाज बनने की कोशिश किया उनके दर्द को समझने की कोशिश किया जब आज तक आप लोगों ने उनके किसी संघर्ष  मे साथ दिया  न ही  दर्द को समझा है तो आपको कोई हक अधिकार नहीं है कि आप उनके मानदेय काटाने या उनके लिए कोई निर्णय लें मानदेय कटवाना है कि नहीं कटवाना है इसका निर्णय अनुदेशक संगठन स्वयं करेगा क्योंकि अनुदेशकों के भविष्य की लड़ाई मे हमेशा अनुदेशक संगठन अपना लड़ाई स्वयं लड़ा है चाहे लाठियां खाई है चाहे मुकदमे झेले हो वह अपना लड़ाई लडा है व स्वयं संघर्ष करके  अपनी बाते और दर्द रखा  है और आगे भी लड़ता रहेगा अनुदेशक संगठन अपने हक अधिकार की लड़ाई को अच्छे तरह लड़ना जानता है और लड़कर अपने दर्द को बयां भी करना जानता है इसलिए प्रदेश के समस्त जिला अध्यक्षों को निर्देशित किया जाता है कि ऐसे शिक्षक संघ के द्वारा जो भी निर्णय लिया जाता है उसका खुलकर विरोध आप लोग करिए और किसी का मानदेय की कटौती का निर्णय हमारा अनुदेशक संगठन हमारा जनपद का अनुदेशक से राय लेकर जिला अध्यक्ष द्वारा किया जाएगा*।                   *एक अनुदेशक  तथा उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश का का प्रदेश अध्यक्ष  होने के नाते राष्ट्रीय शेक्षिक महासंघ के इस पत्र एवं अनुदेशको की ओर से झूठी एवं गलत सहमति प्रदान करने की घोर निंदा करते हुए आगाह भी करता हूँ कि भविष्य में कोई भी शिक्षक संगठन अनुदेशको का ठेकेदार बनने की कोशिश न करे । और अपने समस्त साथियो से निवेदन करता हूँ कि आप सभी अपने अपने स्तर से इस निर्णय की निंदा करें । और मेरी पोस्ट को शेयर करें जिससे कि अनुदेशको के साथ झूठी हमदर्दी दिखाने बाले समस्त शिक्षक संगठनों एवं हमारे अनुदेशक सथियों तक यह आवाज पहुँच सके*।
*धन्यवाद अनुदेशक सथियो* ।

*आपके संघर्षों का साथी*
*तेजस्वी शुक्ला*
*प्रदेश अध्यक्ष*
*उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश*
*मो09670923000*