बीएड के सत्र 2020-21 प्रवेश के लिए मंत्री ने उप मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
बीएड के सत्र 2020-21 प्रवेश के लिए मंत्री ने उप मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सत्र 2020-21 के बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश की प्रक्रिया समय से पूरा कराने के लिए उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र के साथ संलग्न ज्ञापन भी उनके पास भेजा है, जिसमें प्रवेश परीक्षा न कराकर मेरिट से प्रवेश कराने का अनुरोध किया गया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन (लखनऊ विश्वविद्यालय एवं डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबंद्ध महाविद्यालय) के अध्यक्ष डॉ. आरजे सिंह चौहान ने मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को ज्ञापन
दिया था। इसमें कहा गया है कि सत्र 2020-21 के बीएड पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय को दी गई है।लखनऊ विश्वविद्यालय ने प्रवेश परीक्षा के लिए 20 अप्रैल की तिथि निर्धारित की थी, लेकिन कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। पूर्व में बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश स्नातक के अंकों के आधार पर बनाई गई मेरिट के आधार पर दिया जाता रहा है। ज्ञापन में सत्र अनियमति होने से बचाने और समय से प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने के लिए इस वर्ष मेरिट से प्रवेश देने का अनुरोध किया गया है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने इससे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एवं प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को पत्र लिखकर मेरिट से प्रवेश दिए जाने का अनुरोध किया था।
दिया था। इसमें कहा गया है कि सत्र 2020-21 के बीएड पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय को दी गई है।लखनऊ विश्वविद्यालय ने प्रवेश परीक्षा के लिए 20 अप्रैल की तिथि निर्धारित की थी, लेकिन कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण परीक्षा स्थगित करनी पड़ी। पूर्व में बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश स्नातक के अंकों के आधार पर बनाई गई मेरिट के आधार पर दिया जाता रहा है। ज्ञापन में सत्र अनियमति होने से बचाने और समय से प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने के लिए इस वर्ष मेरिट से प्रवेश देने का अनुरोध किया गया है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने इससे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एवं प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को पत्र लिखकर मेरिट से प्रवेश दिए जाने का अनुरोध किया था।
Post a Comment