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एसएसपी के तबादले की आलोचना की, सरकार पर आरोप, 69000 शिक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा करने की कीमत चुकाई एसएसपी ने

एसएसपी के तबादले की आलोचना की, सरकार पर आरोप, 69000 शिक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा करने की कीमत चुकाई एसएसपी ने

निवर्तमान एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के तबादले पर विपक्षी दल समेत विभिन्न संगठनों ने प्रदेश सरकार की आलोचना की है।

शहर कांग्रेस अध्यक्ष नफीस अनवर ने योगी सरकार से सवाल करते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच की आंच में कई बड़े नाम शामिल हैं। इसलिए सरकार ने दबाव में तबादला करने का कदम उठाया। वहीं कांग्रेस पार्षद दल के नेता सदन मुकुन्द तिवारी ने एक प्रस्ताव पास कर राज्यपाल को भेजा जिसमे उन्होंने पुलिस कप्तान का स्थान्तरण तत्काल रोके जाने की मांग की है। तबादले से नाराज कांग्रेसियों ने छात्रसंघ भवन के सामने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष संजय तिवारी और कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेकानंद पाठक ने शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच होने तक एसएसपी के स्थान्तरण को सरकार से रद करने की मांग की। वहीं कांग्रेस महानगर महासचिव हसीब अहमद ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजकर शिक्षक भर्ती घोटाले की न्यायिक जांच की मांग और अधिकारियों के तबादले पर रोक लगाने की गुहार लगाई।

69000 शिक्षक घोटाले के विरुद्ध लगातार इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन पर आंदोलन चल रहा है। मंगलवार को एसएसपी के तबादले के विरोध में छात्रों, प्रतियोगियों, कांग्रेसियों, एनएसयूआई व इविवि के छात्रसंघ पदाधिकारियों ने निवर्तमान एसएसपी के समर्थन में नारे लगाए। इस दौरान छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव और पूर्व अध्यक्ष ाचा सिंह ने कहा कि शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले का पर्दाफाश करने वाले एसएसपी को मध्यरात्रि में हटा देना इस बात का संदेश देता है कि सरकार भ्रष्टाचार की हिमायती है। न्याय मोर्चा उत्तर प्रदेश के संयोजक सुनील मौर्य ने निवर्तमान एसएसपी के तबादले को भ्रष्टाचार दबाने की ही एक रणनीति बताया।