कस्तूरबा विद्यालयों में शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू
कस्तूरबा विद्यालयों में शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू
लखनऊ। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में एक प्रमाणपत्र पर पांच जगह नौकरी कर रही शिक्षिकाओं का मामला सामने आने पर पूरे प्रदेश में शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू कर दी गई है। मानव संपदा पोर्टल पर ऑनलाइन डाटा से यह मामला पकड़ में आया कि एक ही प्रमाणपत्र पर 9 जगह नियुक्तियां हुई हैं जिसमें से 5
जगह शिक्षिकाएं काम कर रही हैं और 4 जगह नियुक्ति होने के बाद शिक्षिकाओं ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया। कासगंज में शिक्षिका की गिरफ्तारी के बाद विभाग सभी जिलों में ब्यौरे की जांच करा रहा है। ऐसे शिक्षकों के रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं जो अन्य कारणों से नौकरी छोड़ रहे हैं बागपत, वाराणसी, कासगंज, अलीगढ़, अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, सहारनपुर और अम्बेडकर नगर में केजीबीवी की फर्जी शिक्षिकाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इनमें बागपत, अलीगढ़, अमेठी, सहारनपुर और अम्बेडकर नगर में अलग-अलग शिक्षिकाएं काम कर रही थीं। विभाग से 5 लाख रुपए का वेतन निकाला गया।
जगह शिक्षिकाएं काम कर रही हैं और 4 जगह नियुक्ति होने के बाद शिक्षिकाओं ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया। कासगंज में शिक्षिका की गिरफ्तारी के बाद विभाग सभी जिलों में ब्यौरे की जांच करा रहा है। ऐसे शिक्षकों के रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं जो अन्य कारणों से नौकरी छोड़ रहे हैं बागपत, वाराणसी, कासगंज, अलीगढ़, अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, सहारनपुर और अम्बेडकर नगर में केजीबीवी की फर्जी शिक्षिकाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इनमें बागपत, अलीगढ़, अमेठी, सहारनपुर और अम्बेडकर नगर में अलग-अलग शिक्षिकाएं काम कर रही थीं। विभाग से 5 लाख रुपए का वेतन निकाला गया।
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