अब बेरोजगारों के लिए रोजगार तलाशेंगे अधिकारी, हर सप्ताह मॉनीटरिंग के साथ ही ऑनलाइन रोजगार मेला लगाने के निर्देश
अब बेरोजगारों के लिए रोजगार तलाशेंगे अधिकारी, हर सप्ताह मॉनीटरिंग के साथ ही ऑनलाइन रोजगार मेला लगाने के निर्देश
कोरोना काल में बेरोजगारी के बढ़ते आंकड़े को कम करने की कवायद हर स्तर पर चल रही है। इसी क्रम में सेवायोजन विभाग ने भी कमर कस ली है। राजधानी समेत प्रदेश के सभी सेवायोजन कार्यालयों के सेवायोजन अधिकारियों को जिले की कंपनियों से संपर्क कर युवाओं के लिए नौकरी की तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं।
हर सप्ताह इसकी मॉनीटरिंग के साथ ही ऑनलाइन रोजगार मेला लगाने के निर्देश दिए गए हैं। लालबाग स्थित क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय की ओर से अब तक 100 कंपनियों से रिक्तियों की जानकारी मांगी गई है। सहायक निदेशक सेवायोजन सुधा पांडेय ने बताया कि कम से कम दो कंपनियों से संपर्क करने के लिए कहा गया है। रिक्तियों की अनिवार्य अधिसूचना अधिनियम के के सापेक्ष सभी जानकारी मांगी गई है।
पंजीयन के साथ मिलेगी जानकारी : युवा बेरोजगार सेवायोजन विभाग की बेवसाइट 2ी6ं8Aंल्ल.4स्र.ल्ल्रङ्घ.्रल्ल या फिर सेवायोजन एप से अपना पंजीयन करा सकते हैं। इसी पर रिक्तियों का विवरण और योग्यता की जानकारी मिल जाएगी। रिक्तियों के अनुरूप कंपनी के प्रतिनिधि मोबाइल फोन के माध्यम से साक्षात्कार लेंगे। चयन होने के बाद आपको संस्थान के कार्यालय जाना होगा।
सेवामित्र एप से जुड़ें प्रवासी बेरोजगार :
सेवायोजन विभाग की ओर से प्रवासी बेरोजगारों को सेवा मित्र एप से जोड़कर नौकरी या स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। राजधानी में 500 से अधिक प्रवासी बेरोजगारों को आवेदन दिए गए हैं।
निजी कंपनियों से मांगी गई सूचना
सेवायोजन कार्यालयों के माध्यम से सीधे किया जा सकेगा आवेदन
कोरोना काल में बेरोजगारी की चुनौती से निपटने के लिए विभाग ने कुछ नए कदम उठाए हैं। कंपनियों के पास अधिकारी जाकर नौकरी की जानकारी लेंगे और रिक्तियों को पोर्टल पर अपलोड करेंगे। सुरक्षा के चलते ऑनलाइन आवेदन और फोन से साक्षात्कार की व्यवस्था की गई है।
- कुणाल सिल्कू, निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन
’ सेवायोजन अधिकारियों को जिले की कंपनियों से संपर्क करने के दिए निर्देश
बेरोजगारों को मिलेगा फायदा
बेरोजगारों को फायदा देने के लिए श्रम व सेवायोजन विभाग तथा एनएचआरडीएन (राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास नेटवर्क) के बीच सेवायोजन वेब पोर्टल के अनुबंध का फायदा भी बेरोजगारों को मिलेगा। एनएचआरडीएन में देशभर की 12000 मल्टीनेशनल कंपनियां पंजीकृत हैं।
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