‘मानव संपदा’ पोर्टल की विश्वसनीयता पर सवाल
‘मानव संपदा’ पोर्टल की विश्वसनीयता पर सवाल
प्रयागराज : निष्पक्ष कार्यप्रणाली, नियुक्ति में पारदर्शिता, एक नाम से दूसरी जगह वेतन जारी होने से रोकने के लिए शिक्षक व कर्मचारियों का समस्त ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। राज्य विद्यालय, राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) डिग्री कालेजों में कार्यरत शिक्षक व शिक्षणोतर कर्मचारियों के दस्तावेजों का सत्यापन करके उसे ‘मानव संपदा पोर्टल’ पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। लेकिन, शिक्षकों ने पोर्टल की विश्वसनीयता पर ही सवाल उठा दिया है। वह एनआइसी द्वारा तैयार की गई वेबसाइट को सुरक्षा मानकों के हिसाब से कमजोर बता रहे हैं। अंदेशा जताया है कि साइबर अपराध में सक्रिय लोग आसानी से उनका डाटा हासिल करके एकाउंट से पैसा निकाल सकते हैं। लेकिन, उच्च शिक्षा के अधिकारी पोर्टल व वेबसाइट को पूरी तरह से सुरक्षित बता रहे हैं।
शासन के निर्देशानुसार शिक्षक व कर्मचारियों पोर्टल व वेबसाइट में शिक्षक व कर्मचारियों का समस्त अंक पत्र, प्रमाणपत्र, आधार व पैन नंबर, जीपीएफ नंबर, नियुक्ति की तारीख, कहां और किस रूप में कार्यरत हैं जैसे डाटा को अपलोड करना है। चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की अध्यक्ष डॉ. निवेदिता मलिक ने उच्च शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर बताया कि वेबसाइट पूरी तरह से असुरक्षित है। डाटा अपलोड करने में कई घंटे लग जाते हैं, जो सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है वह सरकारी सिस्टम के हिसाब से ठीक नहीं है। वहीं, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. वंदना शर्मा ने सारी कयासबाजी को बेबुनियाद बताया है। कहा कि डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, उच्च शिक्षा के वरिष्ठ अधिकारियों व मैंने अपना डाटा पोर्टल व वेबसाइट में अपलोड किया है। सारी व्यवस्था सरकारी है। इसमें फीड होने वाला डाटा भी सुरक्षित रहेगा।
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