कस्तूरबा में में नए मानकों के हिसाब से होगा शिक्षकों का चयन, इतना मिलेगा प्रतिमाह मानदेय: चयन में ये होंगी मुख्य दिककतें
कस्तूरबा में में नए मानकों के हिसाब से होगा शिक्षकों का चयन, इतना मिलेगा प्रतिमाह मानदेय: चयन में ये होंगी मुख्य दिककतें
पर्यावरण, गृह विज्ञान, वाणिज्य विषय पढ़ाए नहीं जाते लेकिन शिक्षक तैनात हैं। स्कूल में विज्ञान के दो शिक्षक तो अंग्रेजी का एक भी नहीं। बरसों से मानदेय लेते रहे लेकिन अब कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के दो हजार से ज्यादा शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटक रही है। नवीनीकरण के समय नए मानकों पर पुराने शिक्षकों को कसा जाएगा। संविदा का नवीनीकरण 30 अगस्त तक किया जाना है। हालांकि नए मानक पिछले वर्ष ही जारी कर दिए गए थे लेकिन इनके आधार पर नवीनीकरण अब किया जा रहा है। संविदा नवीनीकरण के समय एक विषय में एक से ज्यादा शिक्षकों की सूची तैयार होगी और योग्यता के क्रम में जिले के अन्य केजीबीवी में उन्हें तैनाती दी जाएगी लेकिन इससे ज्यादा शिक्षकों को फायदा नहीं होगा।
मुख्य व गौण विषयों को लेकर समसस्याकेजीबीवी में 2013 में विषयवार शिक्षकों को रखने के आदेश जारी हुए लेकिन अंशकालिक और पूर्णकालिक शिक्षिकाओं के लिए, विषय तय नहीं थे। अधिकारियों ने भी स्काउट, गृहविज्ञान, कला क्राफ्ट जैसे गौण विषयों की शिक्षिकाओं को पूर्णकालिक और वार्डन तक नियुक्त कर दिया। वहीं अंशकालिक शिक्षक गणित, विज्ञान, अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषय पढ़ा रहे हैं। नए मानकों में विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान व हिन्दी विषय में पूर्णालिक 5 शिक्षिकाओं और गौण विषय यानी शारीरिक कला, क्राफ्ट, संगीत, कम्प्यूटर विषयों में तीन शिक्षक-शिक्षिकाओं का चयन होगा।
ये होंगी मुख्य दिककतें
मुख्य व गौण विषयों को लेकर समसस्याकेजीबीवी में 2013 में विषयवार शिक्षकों को रखने के आदेश जारी हुए लेकिन अंशकालिक और पूर्णकालिक शिक्षिकाओं के लिए, विषय तय नहीं थे। अधिकारियों ने भी स्काउट, गृहविज्ञान, कला क्राफ्ट जैसे गौण विषयों की शिक्षिकाओं को पूर्णकालिक और वार्डन तक नियुक्त कर दिया। वहीं अंशकालिक शिक्षक गणित, विज्ञान, अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषय पढ़ा रहे हैं। नए मानकों में विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान व हिन्दी विषय में पूर्णालिक 5 शिक्षिकाओं और गौण विषय यानी शारीरिक कला, क्राफ्ट, संगीत, कम्प्यूटर विषयों में तीन शिक्षक-शिक्षिकाओं का चयन होगा।
ये होंगी मुख्य दिककतें
- ज्यादातर केजीबीवी में पुरुष शिक्षक गणित या विज्ञान पढ़ाते हैं उन्हें पूर्णकालिक नहीं कर सकते। केवल महिला शिक्षिका ही पूर्णकालिक होती है।
- पूर्णकालिक को अंशकालिक किया जाएगा तो होगी मानदेय में 50 फीसदी से ज्यादा की कमी।
- असंगत विषयों के शिक्षक होंगे बाहर
आरटीई एक्ट को केजीबीवी में भी सख्ती से लागू कर रहे हैं । इससेपढ़ाई बेहतर होगी। हमने सीडीओ की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटीका गठन किया है जो नए मानकों के हिसाब से शिक्षकों का चयनकरेगी। विजयकिरन आनंद, महानिदेशक- स्कूल शिक्षा निदेशक
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