माध्यमिक स्कूलों में ‘अनामिका’ की तलाश, शिक्षक-शिक्षिकाओं के भी शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच के निर्देश
माध्यमिक स्कूलों में ‘अनामिका’ की तलाश, शिक्षक-शिक्षिकाओं के भी शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच के निर्देश
प्रयागराज : कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में फर्जी अनामिका शुक्ला की नियुक्ति का मामला उजागर होने के बाद प्रदेश में खलबली मची है। इसके चलते सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में नियुक्त अध्यापिकाओं और कर्मचारियों के मूल प्रपत्रों की जांच शुरू की गई। अब राजकीय माध्यमिक विद्यालयों, अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक एवं संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं के भी शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच के निर्देश शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने दिए सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को दिए हैं।
यहां जिले में सभी विद्यालयों से अध्यापकों का ब्योरा इकट्ठा किया जा रहा है। हालांकि कई विद्यालयों ने अभी इसे संज्ञान में नहीं लिया है। इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक ने 15 जुलाई को पत्र भेजकर सभी प्रधानाचार्यो को सचेत किया। केपी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. योगेंद्र सिंह ने बताया कि उनके विद्यालय से 46 शिक्षकों का विवरण भेजा जा चुका है। इसी प्रकार जीआईसी के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह ने कहा कि 81 शिक्षकों का रिकार्ड जांच के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को भेज चुके हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि मामले में एक कमेटी बनाई गई है।
इसमें अपर जिलाधिकारी प्रशासन, डीआइओएस, जीआईसी के प्रधानाचार्य, मेरी वाना मेकर गल्र्स इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य सुभा वाशिंगटन को शामिल किया गया है। जिले में करीब 4000 शिक्षकों के रिकार्ड की जांच की जानी है।
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