20 साल में भी नहीं बना डायट का प्रशासनिक भवन
20 साल में भी नहीं बना डायट का प्रशासनिक भवन
प्रयागराज : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) परिसर में निर्माणाधीन प्रशासनिक भवन और छात्रवास का काम 20 साल में भी पूरा नहीं हुआ। इसके बनने की शुरुआत सन 2000 में हुई थी। इसके लिए एक करोड़ बजट भी शासन की तरफ से भेजा गया था। जलनिगम की निर्माण इकाई सीएंडडीएस ने सभी भवनों के बनाने का जिम्मा लिया था। 20 साल बीत जाने के बाद भी सभी भवन आधे अधूरे पड़े हैं।
डायट के प्राचार्य डॉ. संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि जारी हुए एक करोड़ रुपये से प्रशासनिक भवन, छात्रवास और प्राचार्य आवास का निर्माण कराना था। कार्यदायी संस्था ने तीनों भवन का निर्माण एक साथ शुरू करा दिया।
इसके लिए कई बार राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद को पत्र लिखा गया, लेकिन कोई प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। वर्ष 2013 में प्राचार्य महेंद्र सिंह यादव के समय जिलाधिकारी के क्रिटिकल गैप मद से सात लाख रुपये आवंटित हुए। उससे प्राचार्य आवास का कार्य पूरा कराया गया, लेकिन अब भी छात्रवास और प्रशासनिक भवन का कार्य अधूरा है। यह भी कहा कि पूर्व प्राचार्य संजय सिन्हा, राजेंद्र प्रताप, प्रवीण तिवारी, रमेश सिंह की तरफ से भी कई बार राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद को पत्र लिखा गया लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
’>>सन 2000 में शुरू कराया गया था निर्माण कार्य
’>>निर्माण कराने वाली संस्था ने बजट की कमी बता छोड़ दिया काम
भवन निर्माण अधूरा होने से क्लास रूम की कठिनाई से जूझना पड़ रहा है। कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन से भवन लेकर कक्षाएं चलाई जा रही हैं। छात्रवास भी अधूरा है। यदि निर्माण कार्य पूरा हो जाए तो करीब 60 विद्यार्थियों के हास्टल की समस्या का भी समाधान हो जाएगा।
संतोष कुमार मिश्र, प्राचार्य
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