शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच की प्रक्रिया मामले में बोर्ड व विश्वविद्यालयों की आख्या का इंतजार
शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच की प्रक्रिया मामले में बोर्ड व विश्वविद्यालयों की आख्या का इंतजार
प्रयागराज : शासन की तरफ से सभी माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को अध्यापकों ने अपने अंकपत्र व प्रमाणपत्र जैसे सभी अभिलेख उपलब्ध भी करा दिए हैं। इनका मूल प्रमाणपत्रों से मिलान भी किया जा चुका है। सभी शैक्षिक अभिलेखों को संबंधित बोर्ड और विश्वविद्यालयों को भेजा जा चुका है। विभाग को उनकी आख्या का इंतजार है। उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि सभी विद्यालयों के अध्यापकों ने 25 जुलाई तक अपने शैक्षिक अभिलेख कार्यालय को उपलब्ध करा दिए हैं। उनका मूल प्रमाण पत्रों से मिलान भी किया जा चुका है। प्रथम दृष्टया सभी ठीक पाए गए, लेकिन इसकी पुष्टि संबंधित बोर्ड और विश्वविद्यालय ही करेंगे। सभी बोर्डो व विश्वविद्यालयों को अभिलेख पंजीकृत डाक से भेजे जा चुके हैं अब उनकी आख्या का इंतजार है।
इसी क्रम में कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यालयों में तैनात ऐसे शिक्षक जिनकी नियुक्ति 2010 के बाद हुई है, उनके भी प्रपत्र जांचे जाने हैं। एडीआइओएस प्रदीप कुमार पांडेय ने बताया कि अध्यापकों ने खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालयों को अपने प्रपत्र भेज दिए हैं। उनका कम्प्यूटराइज्ड डाटा तैयार किया जा रहा है। जनपद में कुल 3137 विद्यालय हैं। अध्यापकों का डाटा कम्प्यूटर पर आने के बाद जिलास्तरीय कमेटी उसकी जांच करेगी।
शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच होनी है जिले में माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने ही कराए उपलब्ध
जैसा कि जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया।
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