मदरसों में फर्जीवाड़ा की आशंका, नहीं जमा कर रहे प्रमाण पत्र
मदरसों में फर्जीवाड़ा की आशंका, नहीं जमा कर रहे प्रमाण पत्र
प्रयागराज : फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौकरी पाने वाली अनामिका शुक्ला प्रकरण का राजफाश होने के बाद मदरसों में भी जांच शुरू हुई है। जांच टीम ने 15 दिन में सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र मांगे है, लेकिन समय पूरा होने के बाद भी कइयों ने दस्तावेज नहीं उपलब्ध कराए।
जिले में 124 मदरसे हैं और इनमें 400 से अधिक शिक्षक तैनात हैं। इनकी जांच के लिए 17 जुलाई को अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर 15 दिन का समय दिया गया। कमेटी ने सभी मदरसों से शिक्षकों के योग्यता संबंधी मूल प्रमाण पत्र मांगे थे, लेकिन अभी तक सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र नहीं मिले हैं। करीब आधे शिक्षकों के ही प्रमाण पत्र कमेटी के पास आए हैं। जिन मदरसों से प्रमाण पत्र नहीं आ रहे हैं उनमें फर्जीवाड़ा की आशंका है। जांच कमेटी के सदस्य और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बताया कि दस्तावेजों के सत्यापन से स्पष्ट हो जाएगा कि कौन फर्जी है। उन्होंने बताया कि अभी तक 19 मदरसों ने अपने यहां कार्यरत शिक्षकों के योग्यता संबंधी प्रमाण पत्र नहीं सौंपे हैं। उन्हें तीन दिन का समय और दिया गया है। इस अवधि में दस्तावेज नहीं जमा हुए तो कार्रवाई की जाएगी।
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