देश की आत्मा से जुड़ी है राष्ट्रीय शिक्षा नीति: सुषमा यादव
देश की आत्मा से जुड़ी है राष्ट्रीय शिक्षा नीति: सुषमा यादव
नई दिल्ली: राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भाषा और संस्कृति पर बहुत बल दिया गया है। दैनिक जागरण के अभियान ‘हिंदी हैं हम’ के अंतर्गत कुलपति संवाद श्रृंखला के दूसरे दिन सोनीपत (हरियाणा) की भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुषमा यादव ने नई शिक्षा नीति को भारत की आत्मा से जुड़ा बताया। उन्होंने कहा कि हमारे देश को आत्मगौरव की आवश्यकता है और इस राष्ट्र को अपनी भाषाओं को समझने और उसके साहित्य में फिर से आत्मगौरव प्राप्त करने की भी आवश्यकता है। प्रो. सुषमा के मुताबिक जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति पेश की गई है उससे बहुविषय शिक्षा और मातृभाषा में शिक्षा का द्वार खुलेगा। शिक्षा विज्ञान में हुए शोध का निष्कर्ष है कि मातृभाषा में शिक्षा का आरंभ बच्चों में ज्ञान के प्रति रुचि जगाता है।
प्रो सुषमा यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति में पहुंच, अवसर और गुणवत्ता के अलावा शिक्षा के क्षेत्र में जवाबदेही भी तय की गई है। ये शिक्षा नीति शिक्षा और शिक्षकों को भी अधिक स्वायत्तता देने की बात भी करती है। उन्होंने माना कि इस शिक्षा नीति में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए डिजिटल शिक्षा पर जोर देने की बात जरूर है, लेकिन उसको पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था का विकल्प नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने ‘हिंदी हैं हम’ के इस कार्यक्रम में ये जानकारी भी दी कि देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रमों के संवर्धन की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। ‘हिंदी हैं हम’ दैनिक जागरण का अपनी भाषा हिंदी को समृद्ध करने का अभियान है।
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