कांग्रेस ने नई शिक्षा नीति को बताया भ्रमजाल
कांग्रेस ने नई शिक्षा नीति को बताया भ्रमजाल
नई दिल्ली: नई शिक्षा नीति आने के चार दिन बाद कांग्रेस ने इस पर सवाल खड़े करते हुए इसे भ्रमजाल, आडंबर, चमक-दमक और दिखावा बताया है। साथ ही कहा है कि यह नीति मानवीय विकास, ज्ञान प्राप्ति, क्रिटिकल थिंकिंग एवं जिज्ञासा की भावना के हर पहलू पर फेल है। इतना ही नहीं, कांग्रेस ने सरकार पर नीति को बगैर किसी चर्चा, परामर्श और विचार-विमर्श के भी लाने का आरोप लगाया है। यह और बात है कि कांग्रेस की एक राष्ट्रीय प्रवक्ता खुशबू सुंदर ने इसका स्वागत किया था। वहीं सरकार की ओर से दावा किया गया है कि नीति लाने से पहले राज्यो, सांसदों, पंचायतों के स्तर पर भी चर्चा हो चुकी है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, एम पल्लम राजू और प्रोफेसर राजीव गौड़ा ने रविवार को संयुक्त रूप से नई शिक्षा नीति-2020 पर सवाल खड़े किए। साथ ही कहा कि सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि कोरोना महामारी के संकट के बीच इसकी घोषणा क्यों की गई है? वह भी तब जब देश के सभी शिक्षण संस्थान बंद पड़े हुए हैं। कांग्रेस ने इस दौरान सरकार पर शिक्षा के बजट में कटौती का भी आरोप लगाया और कहा कि शिक्षा पर जीडीपी का छह फीसद खर्च करने की बात कही थी।
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