Prayagraj: केंद्रीय विद्यालय के निर्माण का प्रस्ताव शासन में अटका
Prayagraj: केंद्रीय विद्यालय के निर्माण का प्रस्ताव शासन में अटका
जिले में एक और केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव शासन में फंसा है। जिला प्रशासन ने तकरीबन सालभर पहले ही ब्लॉक कोरांव के लतीफरपुर खेरागढ़ में जमीन चिह्नित कर शासन को सूचना भेज दी थी लेकिन तब से कुछ नहीं हुआ। एक और केंद्रीय विद्यालय खुलने पर जिले में इनकी संख्या 10 हो जाएगी। बच्चों को सीबीएसई के स्कूल में बहुत कम फीस पर पढ़ने का अवसर मिलेगा।
शासन ने सितंबर 2018 में जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश जिला प्रशासन को दिया था। काफी खोजबीन के बाद कोरांव में जमीन फाइनल हुई। जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने 26 अक्तूबर 2019 को माध्यमिक शिक्षा विभाग को सूचना भेजी कि प्रशासन ने 13 अगस्त 2019 को विद्यालय के लिए जमीन चिह्नित की है।
इसके बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय पांडेय ने उप सचिव माध्यमिक शिक्षा अनुभाग-1 को 8 नवंबर 2019 को जमीन के विषय में जानकारी दी। लेकिन तब से स्कूल निर्माण के संबंध में कोई आदेश नहीं मिला।
सीएम की घोषणा वाले स्कूल में इस साल भी नहीं लगेगी क्लास
देवघाट कोरांव में मुख्यमंत्री की घोषणा से बन रहे राजकीय इंटर कॉलेज में इस सत्र से पढ़ाई शुरू होना मुमकिन नहीं है। मुख्यमंत्री ने 18 अगस्त 2018 को स्कूल खोलने की घोषणा की थी। भवन निर्माण के लिए 2.77 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे जिसमें से 1.11 करोड़ जारी हो चुके हैं। कार्यदायी संस्था आवास विकास परिषद ने 50 प्रतिशत काम पूरा किया है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के लेखाकार विनय कुमार ने बताया कि 50 प्रतिशत छत ढलाई हो चुकी है। दरवाजे-खिड़कियां लगाई जा रही हैं। पूरी तरह भवन तैयार होने में समय लगेगा और अगले सत्र से पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद है।
इनका कहना है
कोरांव में मुख्यमंत्री की घोषणा वाले स्कूल का 50 प्रतिशत निर्माण हो चुका है। बिल्डिंग पूरी बनने के बाद ही पढ़ाई शुरू हो पाएगी। केंद्रीय विद्यालय के संबंध में शासन के आदेश का इंतजार है।
आरएन विश्वकर्मा, डीआईओएस
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