ऑनलाइन पढ़ाई में नहीं होगा खिलवाड़, ई-कंटेंट पोर्टल पर 30 सितंबर तक अपलोड होगा कंटेंट
ऑनलाइन पढ़ाई में नहीं होगा खिलवाड़, ई-कंटेंट पोर्टल पर 30 सितंबर तक अपलोड होगा कंटेंट
लखनऊ : यूपी के राज्य विश्वविद्यालयों व डिग्री कॉलेजों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की ऑनलाइन पढ़ाई में अब खिलवाड़ नहीं हो पाएगा। कोरोना संक्रमण के चलते बीते मार्च में लॉकडाउन लगने के बाद शुरू की गई ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर कई तरह की शिकायतें सामने आईं थीं। कई शिक्षकों ने ई-कंटेंट के मैटीरियल के तौर विषय की किताब स्कैन कर डाल दी थी, लेकिन अब ई-कंटेंट पोर्टल तैयार किया गया है और स्क्रीनिंग के बाद ही इस पर ई-कंटेंट अपलोड किया जा रहा है। बौद्धिक संपदा अधिकार व कॉपीराइट अधिनियम का पालन करने के लिए शिक्षकों से एक प्रपत्र भी भरवाया जा रहा है। विश्वविद्यालय व कॉलेज स्तर से लेकर उच्च शिक्षा विभाग तक इसकी निगरानी की जा रही है।
उच्च शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए ई-कंटेंट पोर्टल पर स्नातक व परास्नातक कक्षाओं के विषयवार कंटेंट अपलोड करने का काम शुरू हो गया है। अब तक करीब 13 हजार ई-कंटेंट तैयार भी किए जा चुके हैं। स्क्रीनिंग के बाद इन्हें ऑनलाइन किया जा रहा है। 30 सितंबर तक सभी विषयों के ई-कंटेंट को अपलोड करने की समय-सीमा निर्धारित की गई है। उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा के निर्देश पर साइंस, कॉमर्स व आर्ट्स के अलग-अलग विषयों के ई-कंटेंट तैयार करने के लिए राज्य विश्वविद्यालयों को नोडल विश्वविद्यालय के रूप में चयनित किया गया है। विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों के लिए आगरा के डॉ.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व लखनऊ विश्वविद्यालय को ई-कंटेंट तैयार करने का जिम्मा दिया गया है। इसी तरह कॉमर्स का ई-कंटेंट लखनऊ विश्वविद्यालय व आगरा के डॉ.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय को और मैनेजमेंट के ई-कंटेंट का जिम्मा झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय व बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय को सौंपा गया है।
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