‘नई शिक्षा नीति बच्चों को बनाएगी ग्लोबल सिटीजन’, नीति में व्यावसायिक शिक्षा पर बल
‘नई शिक्षा नीति बच्चों को बनाएगी ग्लोबल सिटीजन’, नीति में व्यावसायिक शिक्षा पर बल
नैनी : हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शुक्रवार को राष्ट्रीय वेबीनार इंटीग्रेटेड एंड मल्टीडिसीप्लिनरी अप्रोच ऑफ न्यू एजुकेशन पॉलिसी : पॉसिबिलिटी एंड चैलेंजस का आयोजन किया गया। मौके पर राज्यों और विश्वविद्यालयों से आए शिक्षाविदों ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में विचार रखे।
अध्यक्षता कर रही प्राचार्य प्रो सुनंदा चतुर्वेदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति से छात्रों को ग्लोबल सिटीजन बनाने के साथ सभ्यता से भी जोड़ा जा सकता है। वनस्थली विद्यापीठ राजस्थान की प्रो मोनिका जैन ने नई शिक्षा नीति को बहुविषयक एवं एकीकृत स्वरूप को वर्तमान परिस्थिति के अनुकूल व उपयोगी बताया। केंद्रीय विवि दिल्ली के डॉ. सुभाष चंद्र ने इसे नई शिक्षा नीति का सबसे महत्वपूर्ण मसौदा बताया। क्रिश्चियन कालेज प्रयागराज के अर्थशास्त्री व विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति छात्र हित को ध्यान में रखकर तैयार की है। केंद्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान की डॉ. संगीता यदुवंशी ने नई शिक्षा नीति में मल्टीपल एंट्री एंड एग्जिट सिस्टम को छात्र हित में बताया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ए के झा ने किया।
वेबीनार में आयोजन सचिव डॉ. सुरेश पटेल व मीडिया प्रभारी डॉ. भास्कर शुक्ल आदि उपस्थित रहे।
नई शिक्षा नीति में व्यावसायिक शिक्षा पर बल
जासं, प्रयागराज : नई शिक्षा नीति 2020 गुणवत्तापूर्ण तथा सार्वभौमिक के साथ व्यावसायिक शिक्षा पर बल देने वाली है। प्रयास किया गया कि विद्यार्थी का मौलिक विकास हो। रोजगार के भी अवसर मिलें। यह विचार काशी प्रांत के प्रदेश निरीक्षक रामजी सिंह ने शुक्रवार को ज्वाला देवी इंटर कालेज में रखे। वह नई शिक्षा नीति पर आयोजित संगोष्ठी में बोल रहे थे। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना व दीप प्रज्जवलन से हुई। प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने अतिथियों का सम्मान किया। अध्यक्षता क्षेत्रीय शिशु वाटिका प्रमुख विजय उपाध्याय ने की। मौके पर रानी रेवती देवी सवि निकेतन के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडेय, भारत स्काउट गाइड इका के प्रधानाचार्य योगेश त्रिपाठी, योगेश तिवारी आदि ने विचार रखे।
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