शिक्षक दिवस पर भी शिक्षामित्रों के हाथ खाली
शिक्षक दिवस पर भी शिक्षामित्रों के हाथ खाली
मुंगराबादशाहपुर। 5 सितंबर को जहां प्रदेश में शिक्षक दिवस एक त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है उसी त्योहार में प्रतिभाग कर रहे प्रदेश के शिक्षा मित्रो को मई माह के बाद से मानदेय न मिलने से वे तंगहाली की स्थिति में आ गए हैं। इस मामले को लेकर शिक्षा मित्र संघ के ब्लाक मुंगरा बादशाहपुर के मीडिया प्रभारी हिमकर पांडेय ने बताया कि मई माह के बाद से मानदेय न मिलने के कारण तीन माह से शिक्षा मित्रो की आर्थिक स्थिति जर्जर हो चुकी है। शिक्षा मित्रो के नेतृत्वकर्ता सिद्धार्थ तिवारी के अनुसार अल्प मानदेय होने के बावजूद तीन तीन माह तक मानदेय न मिलने से शिक्षा मित्रों को पारिवारिक भरण पोषण में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षा मित्र शिव शंकर पाण्डेय ने कहा कि मानदेय के अभाव में शिक्षा मित्र भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं, अनील यादव ने कहा कि सरकार को हर हाल में हर माह मानदेय दे देना चाहिए।
वही संगीता पांडेय ने कहा कि एक साथ कार्य करने वाले शिक्षक और शिक्षा मित्रों के वेतन और मानदेय मे की गई उपेक्षात्मक प्रक्रिया ठीक नहीं है। जहां शिक्षकों का वेतन हर माह की 2 तारीख को आ जाता है वही शिक्षामित्रों का मानदेय तीन तीन माह तक न आना सोचनीय विषय है। शिक्षा मित्रों ने नियमित मानदेय न देने के लिए प्रदेश सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया है।
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