सुदूर क्षेत्रों के बेसिक स्कूलों में स्थानीय शिक्षकों को मिलेगी तैनाती, जल्द ही मिड डे मील संबंधी जिम्मेदारी से भी मिलेगी निजात
सुदूर क्षेत्रों के बेसिक स्कूलों में स्थानीय शिक्षकों को मिलेगी तैनाती, जल्द ही मिड डे मील संबंधी जिम्मेदारी से भी मिलेगी निजात
प्रयागराज : सब कुछ योजना के अनुरूप रहा तो शहरी क्षेत्र के अध्यापकों को दूरदराज के गांवों में अध्यापन के लिए नहीं जाना पड़ेगा। शिक्षक समय से स्कूलों में पहुंचे, इसलिए शासन नई नीति बना रहा है। इसमें सुदूर ग्रामीण इलाकों में स्थानीय शिक्षकों को तैनाती में वरीयता दी जाएगी। माना जा रहा है कि स्थानीय अध्यापक प्रतिदिन समय से स्कूल पहुंचकर अध्यापन करा सकेंगे। यह संकेत महानिदेशक (बेसिक शिक्षा) विजय किरन आनंद ने दिया है।
हाल ही में प्रयागराज आए विजय किरन आनंद ने दैनिक जागरण से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि पिछले कुछ वर्षो में सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है। स्कूलों में संसाधन भी बढ़े हैं लेकिन अध्यापकों की कमी जरूर है। यह समस्या भी सामने आई है कि दूरदराज के स्कूलों में तैनात शहरी क्षेत्र में रहने वालेशिक्षक समय से स्कूल नहीं पहुंचते। असल में उनका काफी समय आने जाने में ही गुजर जाता है। इसलिए कोशिश यह है कि स्थानीय शिक्षकों को ही तैनाती दी जाए। महानिदेशक ने बताया कि शिक्षक सिर्फ अध्यापन के प्रति फोकस्ड रहें इसलिए अन्य जिम्मेदारियों को कम किया जाएगा। मिड डे मील का काम उनके जिम्मे नहीं रहेगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी किसी अन्य संस्था को दी जाएगी। मथुरा और लखनऊ में ऐसी पहल के बेहतर परिणाम मिले हैं। अध्यापकों को प्रशिक्षण आदि के लिए बार बार मुख्यालय नहीं दौड़ना पड़ेगा। सभी प्रशिक्षण ऑनलाइन होंगे। प्रपत्रों की जांच, फाइलों के रखरखाव का बोझ भी कम किया जाएगा।
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