सुलतानपुर : कायाकल्प योजना में हुई गड़बड़ी, कतिपय बीईओ व प्रधानाध्यापकों की मिलीभगत से बंदरबांट हुआ, बेसिक शिक्षा अधिकारी की जांच में कई स्कूलों की खुली पोल
सुलतानपुर : कायाकल्प योजना में हुई गड़बड़ी, कतिपय बीईओ व प्रधानाध्यापकों की मिलीभगत से बंदरबांट हुआ, बेसिक शिक्षा अधिकारी की जांच में कई स्कूलों की खुली पोल
सुल्तानपुर : परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को सजाने-संवारने और मरम्मत आदि के लिए शासन से भेजी गई धनराशि खर्च में गड़बड़ी की बात सामने आई है। बीएसएफ के निरीक्षण में इसकी पोल खुली है। पता लगा है कि कतिपय प्रधानाध्यापक और खंड शिक्षा अधिकारियों ने गड़बड़ी की है।
प्रदेश सरकार की ओर से परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के कायाकल्प के लिए कम्पोजिट ग्रांट एकमुश्त मिली थी। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से धनराशि के आवंटन के लिए स्कूल में नामांकित बच्चों का पैमाना निर्धारित किया गया था। एक स्कूलों में 100 बच्चों के नामांकन पर 25 हजार रुपए तथा इससे अधिक बच्चों का नामांकन होने पर 50 हजार रुपए की धनराशि मिली थी। धनराशि मिलने के बाद प्रधानाचार्यों ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों से मिलकर धनराशि निकाल ली। कतिपय स्कूलों में मात्र दिखावे के लिए कार्य किया गया।
तमाम ऐसे विद्यालय हैं जिनकी मरम्मत होनी थी, मगर उसमें जरूरी कार्य नहीं कराए गए। कोरोना काल का बहाना लेकर प्रधानाध्यापकों और खण्ड शिक्षाधिकारियों ने कम्पोजिट ग्रांट के पैसे को इधर-उधर कर दिया। जानकार बताते है कि कतिपय प्रधान अध्यापकों ने प्रमाण के तौर पर कराए गए कार्य व उसमें लगे सामानों की रसीद बनवाकर अपने बचावकारास्ता निकाल लिया है। यह जरूर है कि बनवाई गई रसीद जीएसटी वाली नहीं है। बीएसए ने स्कूलों के निरीक्षण के बहाने जब कायाकल्प के धनराशि के खर्च की जांच की तो उसकी पोल खुल गई।
इन स्कूलों की हुई जांच : बल्दीराय ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय हेमनापुर में बीएसए की जांच में कायाकल्प के पैसे से कोई कार्य नहीं होना पाया गया। प्राथमिक विद्यालय वलीपुर, प्राथमिक विद्यालय चकिया में भी कायाकल्प योजना के पैसे का कोई कार्य हुआ । बीएसए ने यहां पर खुद जांच की थी। जानकार बताते है कि यह जांच का सिर्फ नमूना है। बड़े स्तर पर जांच हुई तो प्रधानाध्यापकों के साथ बीईओ की भी कलई खुल जाएगी। इसके अलावा धनपतगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सरैयामाफी, उच्च प्राथमिक विद्यालय रामनगर चेती, प्राथमिक विद्यालय रामनगर चेती में भी कायाकल्प योजना से कार्य नहीं होने की जानकारी बीईओ की जांच में सामने आई है।
मुख्य विकास अधिकारी : अतुल वत्स ने कायाकल्प योजना में गड़बड़ी की बात सामने आने पर कहा है कि सरकारी धन का दुरूपयोग चिंता का विषय है। इसकी जांच कराई जाएगी। कायाकल्प योजना को लेकर जल्द ही बैठक कराएंगे। कार्यपूर्ति की जानकारी लेकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
गोरखधंधा : कतिपय बीईओ व प्रधानाध्यापकों की मिलीभगत से बंदरबांट हुआ, बेसिक शिक्षा अधिकारी की जांच में कई स्कूलों की खुली पोल
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