डीएलएड के 60 हजार प्रशिक्षुओं की कक्षोन्नति नहीं, शासनादेश में दोनों सेमेस्टर के सभी विषयों में उत्तीर्ण होने पर ही होंगे प्रमोट
डीएलएड के 60 हजार प्रशिक्षुओं की कक्षोन्नति नहीं, शासनादेश में दोनों सेमेस्टर के सभी विषयों में उत्तीर्ण होने पर ही होंगे प्रमोट
प्रयागराज : डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजूकेशन) का प्रशिक्षण पाने वाले प्रशिक्षुओं का यदि किसी सेमेस्टर में बैक पेपर हुआ तो उन्हें अगले सेमेस्टर की परीक्षा और पिछले सेमेस्टर में बैक पेपर देने का मौका साथ मिलता रहा है। दोनों में उत्तीर्ण होने पर वे अगला सेमेस्टर पास हो जाते रहे हैं। यह क्रम इस बार 2018 बैच के प्रशिक्षुओं पर लागू नहीं हो रहा है, बल्कि करीब 60 हजार प्रशिक्षुओं को कक्षोन्नति का लाभ नहीं मिल सकेगा, बाकी सभी विषयों में उत्तीर्ण रहे प्रशिक्षु एक सेमेस्टर आगे निकल जाएंगे। जबकि 60 हजार प्रशिक्षुओं की एक और परीक्षा के बाद प्रशिक्षण पूरा हो सकेगा।
कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूल-कालेज बंद होने के साथ ही प्रतियोगी व एकेडमिक परीक्षाएं भी प्रभावित हुईं। तय समय पर परीक्षाएं न होने पर डीएलएड 2018 व 2019 के प्रशिक्षुओं ने परीक्षा संस्था से लेकर शासन तक प्रमोट करने की मांग की। ज्ञात हो कि 2018 बैच के प्रशिक्षुओं की तीसरे सेमेस्टर व 2019 बैच की पहले सेमेस्टर की परीक्षा नहीं हो सकी थी। शासन ने 16 सितंबर को इस संबंध में विस्तृत आदेश दिया। इसमें डीएलएड के साथ ही सात परीक्षाओं का उल्लेख किया गया। डीएलएड 2018 बैच के संबंध में निर्देश दिया गया कि जो प्रशिक्षु पहले व दूसरे सेमेस्टर में सभी विषयों में उत्तीर्ण हैं को औसत अंक देते हुए तीसरे सेमेस्टर में प्रमोट करके चौथे सेमेस्टर की परीक्षा कराई जाए।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने इस संबंध में इम्तिहान का कार्यक्रम 30 अक्टूबर से 11 नवंबर तक भी जारी कर दिया है।
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