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सरकार का फार्मूला आया काम, जन सहयोग से बदलने लगी है परिषदीय स्कूलों की सूरत, बढ़ गई सुविधाएं

 सरकार का फार्मूला आया काम, जन सहयोग से बदलने लगी है परिषदीय स्कूलों की सूरत, बढ़ गई सुविधाएं

परिषदीय स्कूलों में संसाधनों को बढ़ाने और छात्र-छात्राओं के लिए बेहतर इंतजाम के लिए पिछले दिनों सामुदायिक सहयोग मागने की प्रक्रिया शुरू की गई। कहा गया कि स्कूलों में टीवी, कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर की भी व्यवस्था सक्षम अभिभावकों, जन प्रतिनिधियों व कारपोरेट जगत के लोगों से कराई जाए। इस दिशा में कई लोगों ने सहयोग के लिए भी हाथ बढ़ाया है। इससे कई विद्यालयों में संसाधनों को बढ़ाने में भी मदद मिली है। जन सहयोग से स्कूल में जुटा लीं सुविधाएं


प्राथमिक विद्यालय अंदावा की प्रधानाध्यापिका वंदना श्रीवास्तव ने बताया कि स्कूल में जन सहयोग से फर्नीचर, प्रोजेक्टर, सीसीटीवी कैमरा, वाटर प्यूरीफायर की व्यवस्था की गई है। स्थानीय विधायक प्रवीण पटेल से हैंडपंप और एलसीडी की व्यवस्था करने का प्रस्ताव जल्द ही रखेंगे। उम्मीद है वह भी पूरी मदद करेंगे। प्राथमिक विद्यालय मुंगारी करछना के प्रधानाध्यापिका वत्सला मिश्र ने बताया की जन सहयोग से विद्यालय में फर्नीचर और खेल के उपकरण का बंदोबस्त किया गया है। इसी तरह तेंदुआवन स्थित परिषदीय स्कूल में भी प्रोजेक्टर, फर्नीचर, इनवर्टर आदि की व्यवस्था सामुदायिक सहयोग से कराई गई है। कुछ अन्य संसाधनों को जुटाने के लिए भी जन प्रतिनिधियों से सहयोग मागा जाएगा।

शहरी क्षेत्र में भी कुछ विद्यालयों में जुटाए गए संसाधन
प्राथमिक विद्यालय जूड़ापुर बीहर के प्रधानाध्यापक राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि ग्राम प्रधान के सहयोग से स्कूल में टाइल्स लगाने, पानी की टंकी रखवाने व टोटियों आदि का इंतजाम किया गया है। अभी टीवी, कम्प्यूटर आदि का इंतजाम करना है। प्राथमिक विद्यालय सोराव में भी फर्नीचर की व्यवस्था पूर्व में हो चुकी है। अभी प्रधान के साथ बैठक कर अन्य संसाधन जुटाने का प्रयास किया जाएगा। शहरी क्षेत्र के भी कुछ विद्यालयों में जन सहयोग से संसाधन जुटाए गए हैं।

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