अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं की केवाईसी सत्यापित न होने से छात्रवृत्ति व फीस भरपाई में लगा अड़ंगा
अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं की केवाईसी सत्यापित न होने से छात्रवृत्ति व फीस भरपाई में लगा अड़ंगा
केंद्र से मिलने वाली आर्थिक मदद से राज्य के अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली फीस भरपाई और छात्रवृत्ति की सरकारी मदद मिलने में इस बार 'केवाईसी' में ढिलाई बड़ी बाधा बन रही है।
राज्य में कुल 2.70 लाख अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाएं हैं और अभी तक इनमें से महज 18, 238 संस्थाओं ने ही केवाईसी के लिए आवेदन किया है और इनमें से भी 16971 संस्थाओं की केवाईसी पूरी हो पाई है। 2 लाख 52 हजार 485 शिक्षण संस्थाओं की केवाईसी पूरी होनी अभी बाकी है और इसकी आखिरी तारीख 10 अक्तूबर है। प्रदेश की अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक सी. इन्दुमती ने पिछले दिनों इस बारे में सभी मुख्य विकास अधिकारियों को पत्र भी लिखा है। पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय अल्पंसख्यक कल्याण मंत्रालय की ओर से मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध एवं पारसी समुदाय के छात्र-छात्राओं को प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक और मैरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति योजनाएं नेशनल स्कालरशिप पोर्टल (एनएसपी) के जरिये संचालित की जा रही हैं
राज्य में कुल 2.70 लाख अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाएं हैं और अभी तक इनमें से महज 18, 238 संस्थाओं ने ही केवाईसी के लिए आवेदन किया है और इनमें से भी 16971 संस्थाओं की केवाईसी पूरी हो पाई है। 2 लाख 52 हजार 485 शिक्षण संस्थाओं की केवाईसी पूरी होनी अभी बाकी है और इसकी आखिरी तारीख 10 अक्तूबर है। प्रदेश की अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक सी. इन्दुमती ने पिछले दिनों इस बारे में सभी मुख्य विकास अधिकारियों को पत्र भी लिखा है। पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय अल्पंसख्यक कल्याण मंत्रालय की ओर से मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध एवं पारसी समुदाय के छात्र-छात्राओं को प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक और मैरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति योजनाएं नेशनल स्कालरशिप पोर्टल (एनएसपी) के जरिये संचालित की जा रही हैं
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