वाराणसी जिले में शुरू की गई अनोखी पहल प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में लागू होगा बनारस का शिक्षा मॉडल
वाराणसी जिले में शुरू की गई अनोखी पहल प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में लागू होगा बनारस का शिक्षा मॉडल
वाराणसी: जिले में शुरू की गई अनोखी पहल मेरा घर मेरा स्कूल का बनारस मॉडल पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। शिवपुरी ब्लॉक से अनोखी पहल की शुरुआत की गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे अब पूरे प्रदेश में लागू करने का आदेश दिया है। शुक्रवार को शिक्षक को नियुक्ति पत्र वितरित करने के दौरान उन्होंने जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की सराहना की थी।
कोरोनावायरस बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए बनारस में मेरा घर मेरा स्कूल की शुरुआत की गई थी। बीएससी राकेश सिंह ने बताया कि कोरोना संकट के दौर में करीब 6 महीने से स्कूल बंद है। जिनकी वजह से बच्चे अपनी क्लास और पढ़ाई से दूर हैं। स्कूल और किताबों से बच्चों की दूरी कम करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत जिले की 80% बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। बच्चों को घर पर ही सिस्कूल जैसा माहौल उपलब्ध कराने के लिए टाइम टेबल भी तैयार किया गया है।
घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाया जाएगा, ऑनलाइन ना पढ़ने वाले बच्चों के लिए मेरा घर मेरा स्कूल अनोखी पहल-
इस पहल में शिक्षकों के साथ शिक्षामित्र, अनुदेशक के साथ-साथ गांव के उत्साही युवाओं को भी जिम्मेदारी दी गई है। इन युवाओं को बाल पथिक व युवा पति का दर्जा भी दिया गया है। पूर्णा काल खत्म होने के बाद स्कूल खोलने पर इन जुआ पथिक और बाल पथिक में पृष्ठ प्रदर्शन करने वाले को बेसिक शिक्षा की ओर से पुरस्कृत भी किया जाएगा। बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए विभाग की ओर से मोहल्ला पाठशाला भी संचालित की गई है।
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