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एआरपी नहीं करेंगे परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण, उनका कार्य मात्र शैक्षिक सपोर्ट

 एआरपी नहीं करेंगे परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण, उनका कार्य मात्र शैक्षिक सपोर्ट


उन्नाव: समग्र शिक्षा अभियान के तहत नियुक्त किए गए ए आर पी न स्कूलों का निरीक्षण कर सकते हैं। ना ही किसी पणजी के पर अपने हस्ताक्षर करेंगे। बीआरसी पर बैठकर अफसरी चलाने का भी मौका नहीं मिलेगा । ना कार्यालय में बाबू गिरी कर सकते हैं। उनका कार विद्यालयों में मात्र शैक्षिक सपोर्ट देना है।

जनपद में नए नए नियुक्त हुए शिक्षकों को शासनादेश का ठीक अध्ययन कर लेना चाहिए,अन्यथा ब्लॉकों में विवादों की स्थितियां बन रही है। बिछिया ब्लॉक की एक कॉपी तो व्हाट्सएप ग्रुप में मैसेज डाल कहते हैं कि आज उन्होंने कहा निरीक्षण किया।


ब्लॉक में शिक्षकों को डरा कर अपने प्रभाव में लेने का प्रयास चालू हो चुका है। सूत्रों के अनुसार पूर्व में कार्यरत रहे एबीआरसी विद्यालय निरीक्षण के दौरान शिक्षकों की उपस्थिति भी चेक करते थे। उनकी रिपोर्ट पर कार्रवाई भी होती थी, लेकिन एबीआरसी के पद समाप्त करके अब ए आर पी की नियुक्ति हुई है। दूसरे चरण की आज परीक्षा हो चुकी है। शासनादेश में साफ कर दिया गया है कि विद्यालय समय में कोई एआरपी बीआरसी में नजर ना आए। ना उनसे कोई कार्यालय काम लिया जाए। सूत्रों के अनुसार राज्य परियोजना निदेशक ने एपी को शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने का दायित्व सौंपा है। वे सिर्फ अकादमिक सपोर्ट के लिए नियुक्त किए गए हैं। विद्यालयों में उपस्थिति की जांच करने का अधिकार उन्हें नहीं है। गुणवत्ता का लक्ष्य पूर्ण होने पर कार्रवाई भी होगी। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष बृजेश कुमार पांडे ने कहा कि किसी भी आरोपी द्वारा शासनादेश के बाहर शिक्षकों को परेशान करने की शिकायतें आई तो संघ बड़े कदम उठाएगा, इसीलिए सचेत रहें।

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