Header Ads

अन्य राज्यों की तरह चयन बोर्ड को भी देना चाहिए मौका, टीजीटी-पीजीटी 2020 भर्ती में अवसर के लिए किया प्रदर्शन

 अन्य राज्यों की तरह चयन बोर्ड को भी देना चाहिए मौका, टीजीटी-पीजीटी 2020 भर्ती में अवसर के लिए किया प्रदर्शन

प्रयागराज : एडेड माध्यमिक कालेजों में प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक चयन 2020 में फिर जीव विज्ञान विषय शामिल नहीं है। वहीं, यूपी के आसपास के सभी राज्यों और केंद्रीय विद्यालय संगठन तक की भर्तियों में शिक्षकों का चयन हो रहा है। प्रतियोगी इससे गुस्से में हैं और प्रदर्शन करके मौका देने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि चयन बोर्ड ने न तो 2016 की लिखित परीक्षा कराई है और अब नई भर्ती से भी हजारों को बाहर कर दिया है।


माध्यमिक कालेजों में हाईस्कूल स्तर पर जीव विज्ञान विषय पढ़ाने के लिए जंतु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान और रसायन विज्ञान की जरूरत होती है लेकिन, विज्ञान शिक्षक के चयन में इन विषयों का जिक्र ही नहीं है। जंतु विज्ञान में बीएससी करने वाले प्रतिभागी खासे निराश हैं। मुख्यमंत्री, राज्यपाल, उप मुख्यमंत्री और अपर मुख्य सचिव आदि को भेजे पत्र में लिखा कि केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालय समिति, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, दिल्ली और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के आयोग इस विषय में चयन भी कर रहे हैं। इन आयोगों में चयन पाठ्यक्रम का साक्ष्य भी भेजा है। अल्टीमेटम दिया है कि मांग जल्द नहीं मांगी तो क्रमिक अनशन करके हाईकोर्ट जाएंगे।


माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र के सामने प्रतियोगियों का प्रदर्शन, टीजीटी 2020 में जीव विज्ञान को शामिल करने की मांग

प्रवक्ता उर्दू का भी हो चयन
इलाहाबाद विश्वविद्यालय उर्दू विभाग के प्रतियोगी छात्रों की बैठक में प्रवक्ता भर्ती में उर्दू विषय का कोई पद न विज्ञापित करने के संबंध में चर्चा हुई। बैठक में कहा गया कि विज्ञापन में प्रदेश के सहायताप्राप्त अशासकीय विद्यालयों में उर्दू विषय की रिक्तियों को नहीं दर्शाया गया है, यह उर्दू भाषा के साथ भेदभाव है, जबकि महत्वपूर्ण निर्देश संख्या 1(4) में उर्दू विषय का जिक्र है। प्रत्यावेदन के माध्यम से सोमवार को सचिव माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड को उर्दू को भी शामिल करने की मांग की गई है।

कोई टिप्पणी नहीं