अनुदेशक ने फांसी लगाकर दी जान, उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर पर गोला बनाना ही बना मौत का कारण, अनुदेशकों ने खंड शिक्षा अधिकारी पर लगाया भ्रष्टाचार एवं शोषण का लगाया आरोप
अनुदेशक ने फांसी लगाकर दी जान, उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर पर गोला बनाना ही बना मौत का कारण, अनुदेशकों ने खंड शिक्षा अधिकारी पर लगाया भ्रष्टाचार एवं शोषण का लगाया आरोप
सिद्धार्थनगर। बांसी कोतावली क्षेत्र के ग्राम तिलौरा निवासी 35 वर्षीय अनुदेशक ने मंगलवार को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है। मृतक का नाम उदयभान पुत्र बृजभान है तथा यह जूनियर हाई स्कूल में अनुदेशक के पद पर तैनात था। जानकारी मिलते ही मुकामी पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आत्महत्या का कारण चर्चाओ के मुताबिक विद्यालय में एसडीआई द्वारा निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर को गोला बनाना बताया जाता है। जिससे अवशाद में आकर आत्महत्या की बात बतायी जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक उदयभान की बिल्डिंग मैटेरियल्स की दुकान भी चलती है, सूबह मृतक अपने घर से दुकान के लिए निकला और दुकान में आकर फांसी से झूल गया। यह खबर जैसे ही लोगों को मालूम हुई, उसकी दुकान के सामने भीड़ जुटने लगी। इसी बीच सूचना पाकर मौके पर पुलिस भी पहुंच गयी और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पीएम हाउस पर पहुंचे शिक्षक जिलाध्यक्ष आदित्य शुक्ला सहित दर्जनों अनुदेशक शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी रीता गुप्ता पर विभिन्न धन उगाही का आरोप लगाते हुए बताया कि उनके कृत्यों को लेकर कई बार पूर्व में बीएसए से शिकायत भी की गयी किंतु कोई भी कार्रवाही नहीं हुई जिसका परिणाम आज यह हुआ कि एक अनुदेशक का कुनवा उजड गया। इस अवसर पर पीएम हाउस पर बीएसएफ मौजूद थे। उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच करायी जायेगी और निश्चित ही दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाही की जायेगी।
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