Header Ads

लापरवाही: अधिकतर स्कूलों ने नहीं दिया शिक्षकों का ब्योरा

 लापरवाही: अधिकतर स्कूलों ने नहीं दिया शिक्षकों का ब्योरा

मा ध्यमिक शिक्षा परिषद ने यूपी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। परिषद द्वारा बोर्ड परीक्षा के दौरान विषय विशेषज्ञ के जरिए नकल तंत्र को रोकने के लिए तैयारियों के क्रम में शिक्षकों का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से यूपी बोर्ड से संचालित करीब 1200 स्कूलों से शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया था जिसकी मियाद समाप्त होने में महज सात दिन शेष हैं। अभी तक सिर्फ 250 स्कूलों ने ही शिक्षकों का ब्योरा उपलब्ध कराया है।


बता दें कि स्कूलों को 30 नवंबर तक अपने शिक्षकों का विषयवार ब्योरा देना होगा। यानी स्कूलों को शिक्षकों के नाम के सामने स्पष्ट रूप से उनके विषय की विशेषज्ञता को लिखित रूप से अंकित करके विभाग को देना होगा। ताकि परीक्षा से पूर्व शिक्षकों की ड्यूटी में होने वाले खेल को समय पर रोका जा सके। साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं की जांच भी विषय विशेषज्ञ द्वारा ही कराई जा सके।

30 नवंबर तक दें ब्योरा

स्कूलों को शिक्षकों का ब्योरा 30 नवंबर तक देना होगा। निर्धारित समय-सीमा के भीतर जो स्कूल शिक्षकों का विषय विशेषज्ञता के अनुसार ब्योरा नहीं देंगे उन्हें चिह्न्ति कर कार्रवाई तय की जाएगी। साथ ही गलत ब्योरा देने वाले स्कूलों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने की भी तैयारी है। शिक्षा अधिकारियों के अनुसार इस बार माध्यमिक शिक्षा विभाग किसी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है।

’>>1200 स्कूलों में करीब 250 स्कूलों ने ही दिया ब्योरा

’>>30 नवंबर तक परिषद की वेबसाइट पर अनिवार्य रूप से करना होगा अपलोड

परिषद द्वारा निर्धारित प्रारूप में स्कूलों से शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया है। अभी तक बहुत कम स्कूलों ने ही ब्योरा उपलब्ध कराया है। फॉलोअप किया जा रहा है। बोर्ड से संचालित सभी स्कूलों को 30 नवंबर तक सभी शिक्षकों का विषय विशेषज्ञता बताते हुए ऑनलाइन ब्योरा उपलब्ध (परिषद की वेबसाइट पर अपने-अपने लॉग-इन के जरिए अपलोड) करना होगा।

डॉ. मुकेश कुमार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक

कोई टिप्पणी नहीं