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6 से 8 तक के बच्चों को स्कूल बुलाने की तैयारी, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर संगोष्ठी में प्रस्ताव रखा

 6 से 8 तक के बच्चों को स्कूल बुलाने की तैयारी, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर संगोष्ठी में प्रस्ताव रखा

कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूल को शुरू करने के बाद अब बारी कक्षा 6 से 8 तक की है। राजधानी में निजी स्कूलों की ओर से कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए ऑफलाइन क्लासेज शुरू रू करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिस तरह से अभी कक्षा 9 से 12 तक के बच्चे को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड पर पढ़ाई करने काविकल्प मिला है, उसी तरह से कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को भी जोड़ा जाए। इसमें, कक्षा 9 से 12 के बच्चों के लिए अब ऑनलाइन का विकल्प बंद करने और सिर्फ ऑफलाइन क्लासेज ही संचालित करने का भी प्रस्ताव शामिल हैं।राजधानी के पायनियर मॉन्टेसरी स्कूल में सम्मान समारोह और नई शिक्षा नीति क्रियान्वन पर संगोष्ठी में यह प्रस्ताव रखा गया। यहां संगठन की ओर से इसका प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। एसो. के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल का कहना है कि बीते करीब दो महीने से विद्यालयों का संचालन सफलतापूर्वक किया जा रहा है।



स्कूल खुलने से ज्यादा जरुरी है सुरक्षा 
भारतीय अभिभावक संघ के संयोजक जितेन्द्र सिंह चौहान कहते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल चल रहे हैं । छोटे बच्चे जा रहे हैं | लेकिन, शहरों में स्कूल शुरू करने से पहले एक बार मौजूदा हालातों की समीक्षा करना बेहद जरूरी होगी। वहीं, अभिभावक कल्याण संघ के पीके श्रीवास्तव का कहना है कि जबतक माहौल ठीक नहीं होता, छोटे बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाना चाहिए।

यह है स्थिति 
राजधानी में यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईएससी से लेकर बेसिक शिक्षा परिषद तक के करीब 2500 स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। कक्षा 6 से 8 तक बच्चों की संख्या करीब दो से ढाई लाख तक है। मार्च से कक्षाएं ऑनलाइन ही हो रही हैं।निजी और एडेड स्कूलों में तो इनकी ऑनलाइन क्लासेज बंद हो गई हैं।

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