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69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण की अनदेखी, प्रदर्शन

 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण की अनदेखी, प्रदर्शन

प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद की प्राथमिक स्कूलों की 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में दिव्यांगों को नियमानुसार आरक्षण न देने का आरोप लग रहा है। प्रदेश भर के अभ्यर्थी लगातार हक पाने के लिए परिषद मुख्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। परिषद सचिव प्रकरण को महानिदेशक को भेज चुके हैं इसके बाद से उनकी सुध नहीं ली जा रही है। अभ्यर्थियों का कहना है कि मांगे माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।


अभ्यर्थियों ने बताया कि बेसिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन पांच दिसंबर, 2018 को जारी हुआ। लिखित परीक्षा छह जनवरी, 2019 को आयोजित की गई। इसके बाद रिजल्ट 12 मई, 2020 को जारी हुआ। भर्ती प्रक्रिया में अनंतिम सूची एक जून, 2020 को जारी की गई थी। इसमें विभाग की ओर से दिव्यांग आरक्षण आरआरडब्लूडी एक्ट 2016 का पालन नहीं किया गया। नियमानुसार उन्हें चार प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए, उनके पदों को ओवरलैप करके दूसरे वर्ग के अभ्यर्थी भरे गए हैं।

बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर बेमियादी प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया के दो चरण पूर्ण हो चुके हैं। दोनों चरणों में दिव्यांग आरक्षण का हनन किया जा रहा है। इससे दिव्यांग प्रतियोगियों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। सुनने व देखने से वंचित दिव्यांगजन की बची सीटों को अन्य दिव्यांगों से भरने, पिछली भर्तियों की 1,350 बैकलाग की सीटों बेसिक शिक्षक भर्ती में जोड़ने की मांग की। उपेंद्र कुमार मिश्र, शिवेंद्र कुमार सिंह, कमलेश, दीपेन्द्र, प्रदीप कुमार शुक्ल शामिल रहे। प्रतियोगी मोर्चा बुधवार को दिन में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पर अपनी छह सूत्रीय मांगों के साथ सत्याग्रह करेगा। विक्की खान ने बताया कि सभी प्रतियोगी इसमें योगदान दें। प्रयास है कि बुधवार से शुरू होने वाला सत्याग्रह अंतिम होगा और सभी लक्ष्य प्राप्त हो जाएंगे। प्रतियोगी शिक्षा निदेशालय को हंिदूी व सामाजिक विज्ञान के चयनितों की सूची भेजने की मांग कर रहे हैं।

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