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निलंबित, मेडिकल पर गये सचिवों की भी दिखा दी प्रगति:-आपरेशन कायाकल्प में बेसिक शिक्षा विभाग की रिपोर्ट हैरान करने वाली

 निलंबित, मेडिकल पर गये सचिवों की भी दिखा दी प्रगति:-आपरेशन कायाकल्प में बेसिक शिक्षा विभाग की रिपोर्ट हैरान करने वाली

आपरेशन कायाकल्प में बेसिक शिक्षा विभाग की रिपोर्ट हैरान करने वाली है। आंख मूंदकर भेजी गई रिपोर्ट में ब्लाक के दो ऐसे सचिवों की भी प्रोग्रेस दिखा दी गई, जिनमें एक निलंबित हैं तो दूसरे मेडिकल अवकाश पर हैं।


सचिवों के हंगामे के बाद जब मामला सामने आया तो बिलसंडा ब्लाक दूसरी समीक्षा बैठक में जिले में सातवें स्थान से पहले स्थान पर आ गया। हालांकि सचिवों में बेसिक शिक्षा विभाग की गलत रिपोर्ट पर गुस्सा व्याप्त है। अब अफसर रिपोर्ट सामने आने के बाद कार्रवाई न करने की बात कह रहे हैं। 15 दिन पहले डीएम पुलकित खरे ने बेसिक शिक्षा विभाग की जिस रिपोर्ट पर समीक्षा की थी, उसमें बिलसंडा ब्लाक के ग्राविअ. विजय तिवारी और ग्रापंअ. रफीउल्ला की प्रगति दिखाई दी गई। जबकि विजय तिवारी दीवाली के बाद से निलंबित चल रहे हैं और रफीउल्ला एक माह से मेडिकल पर हैं। उनकी पंचायतें बाकी सचिवों में आवंटित कर दी गई। मगर शिक्षा विभाग ने डीएम को रिपोर्ट देने से पहले ब्लाक से उसका मिलान ही नहीं कराया। लिहाजा गलत रिपोर्ट से बिलसंडा की प्रगति कम हो गई। और डीएम ने नाराजगी जताते हुये कार्रवाई के निर्देश दिये। जिस सचिव को निलंबित करने की बात कही उसकी रिपोर्ट भी शिक्षा विभाग ने गलत पेश की थी। कई स्कूलों में मोटर फिट होने के बाद भी रनिंग वाटर सप्लाई अपूर्ण दिखा दी गई। बस इसी गलत रिपोर्ट पर सचिवों ने हंगामा कर दिया। लापरवाही इतने पर भी नहीं थमी, हंगामे के बाद भी शनिवार को भी शिक्षा विभाग की रिपोर्ट में निलंबित और मेडिकल पर चल रहे बिलसंडा के सचिवों का जिक्र था। जो खुद में हैरान करने वाला है।

आधे से ज्यादा स्कूलों में हैंडवाश अधूरे

बिलसंडा ब्लाक के 66 स्कूलों को हैंडवाश बनाने के लिए विभाग से पचास हजार से ऊपर की ग्रांट मिली थी। मगर बिलसंडा में अभी आधे स्कूलों में भी हैंडवाश नहीं बन पायें। जहां बने हैं वो अधिकांश अपूर्ण स्थिति में हैं। चूंकि ये खुद शिक्षा विभाग का काम है लिहाजा इसका जिक्र किसी ने नहीं किया। सत्यापन हो तो मामला सामने आये।

मैं आज छुट्टी पर हूं। रिपोर्ट बिलसंडा एबीएसए दफ्तर से प्राप्त हुई होगी। फिर भी ऐसी स्थिति थी तो पंचायत विभाग को भी बताना चाहिये था। मैं इसे चेक कराता हूं।

चंद्रकेश यादव बीएसए पीलीभीत

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