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स्वेटरों की गुणवत्ता ठीक न होने पर अल्टीमेटम, शासन ने लिया फीड बैक तो अभिभावकों ने खोली पोल

 स्वेटरों की गुणवत्ता ठीक न होने पर अल्टीमेटम, शासन ने लिया फीड बैक तो अभिभावकों ने खोली पोल

उन्नाव। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को दिए जा रहे स्वेटर की गुणवत्ता की पोल अभिभावकों ने खोल दी। शासन स्तर से लिए गए फीड बैक में कई शिकायतें आई हैं। बताया गया कि स्वेटर का न तो साइज सही है और न ऊन। इसे पहनने पर भी ठंड से राहत नहीं मिलती। इस फीड बैक के बाद शासन स्तर से अधिकारियों को सुधार का अल्टीमेटम दिया गया है। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अभिभावकों के मोबाइल नंबर योजनाओं की हकीकत जानने के लिए मिशन प्रेरणा के तहत फीड कराए गए थे।


इस समय छात्रों को दिए जा रहे स्वेटर वितरण का शासन स्तर से फीड बैक लिया गया इसमें 516 अभिभावकों से गुणवत्ता की जानकारी के लिए फोन पर बात हुई। 394 अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों को स्वेटर ही नहीं मिला। पांच अभिभावकों ने बताया कि मिले स्वेटर की गुणवत्ता ठीक नहीं है।


ऑनलाइन कक्षाओं की जानकारी ली गई तो उसमें 169 अभिभावकों ने बताया कि कक्षाओं का संचालन किया गया। 347 अभिभावकों ने बताया कि कोरोना काल से उनके छात्रों की पढ़ाई नहीं कराई गई। शासन से डीएम को सुधार की चेतावनी मिलने पर उन्होंने बीएसए प्रदीप कुमार पांडेय को कमियों में सुधार करने को कहा है।

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