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बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक कर रहे अजब-गजब कारनामा:- बिना स्वीकृति 1000 दिन छुट्टी, फिर मांगा अवकाश,नौकरी को बनाया मजाक, वर्षों से स्कूल नहीं आए 10 टीचर

 बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक कर रहे अजब-गजब कारनामा:- बिना स्वीकृति 1000 दिन छुट्टी, फिर मांगा अवकाश,नौकरी को बनाया मजाक, वर्षों से स्कूल नहीं आए 10 टीचर

बेसिक शिक्षा विभाग के नौ शिक्षक मेडिकल, अवैतनिक अवकाश की आड़ में वर्षों से स्कूल नहीं आ रहे हैं। इनमें से अधिकांश अवैतनिक अवकाश का प्रार्थना पत्र भेजकर गायब हो गए। जबकि इनका अवकाश स्वीकृत भी नहीं हुआ। इन लोगों की सेवा समाप्ति के लिए सचिव से मागदर्शन मांगा गया है। इनमें एक नया नाम मीरगंज कीटीचर का जुड़ा है, जो बिना स्वीकृति 1000 दिन तक अवैतनिक अवकाश पर रहीं।


मीरगंज की सहायक अध्यापिका ने 2013 में नौकरी शुरू की थी। कुछ समय नौकरी करने के बाद वो मेडिकल पर चली गई। उन्होंने लगभग एक वर्ष तक मेडिकल लीव का लाभ उठाया। इसके बाद अवैतनिक अवकाश के लिए आवेदन कर दिया। बिना अवकाश स्वीकृत कराए ही वो छुट्टी चली गई। शिक्षिका 1000 दिन तक छुट्टी पर रही। 1000 दिन बाद उन्होंने एक बार फिर छुट्टी को आवेदन कर दिया। बीएसए विनय कुमार उनका आवेदन देख चौंक उठे। उन्होंने शिक्षिका से जबाव-तलब किया। शिक्षिका ने पारिवारिक कारणों से छुट्टी लेने की बात कही। आगे के लिए फिर छुट्टी मांगी। बीएसए ने इनकार करते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी है। शिक्षिका की छुट्टियों का पूरा रिकॉर्ड निकाला जा रहा है। जल्द ही उन पर कार्रवाई की जाएगी । बीएसए विनय कुमार ने बताया कि लंबे समय से गायब चल रहे नौ शिक्षकों की सेवा समाप्ति की तैयारी है। दो केस कोर्ट में भी लंबित हैं। इस विषय में सचिव बेसिक शिक्षा से मागर्दर्शन मांगा गया है।

इन शिक्षकों की सेवा समाप्ति की तैयारी

भुता ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल सिमरा केसरपुर की सहायक अध्यापिका शैली अग्रवाल 17 मई 2017 से अनुपस्थित चल रही हैं। इससे पहले उन्होंने 17 नवंबर 2015 से 16 मई 2017 तक अवैतनिक अवकाश लिया था। उनके पति अमेरिका में है। वह भी अपने पति के साथ अमेरिका में बताई जा रही हैं।

आलमपुर जाफराबाद ब्लॉक के उच्च प्राथमिक स्कूल मलगांव की सहायक अध्यापिका रेखा पांडे दो अप्रैल 2009 से अवैतनिक अवकाश पर चल रही हैं। उन्होंने अपना अवैतनिक अवकाश स्वीकृत भी नहीं कराया। 2009 से वो स्कूल ही नहीं आई हैं।

नवाबगंज ब्लॉक के स्कूल वलीनगर की सहायक अध्यापिका रीना गंगवार को अपने स्कूल आये साढ़े छह वर्ष गए। रीना 18 अगस्त 2014 से बिना सूचना गायब चल रही हैं।


विथरी ब्लॉक के जूनियर हाई स्कूल ठिरिया निजावत खां की सहायक अध्यापिका लक्ष्मी सक्सेना 18 जनवरी 2011 से स्कूल नहीं आई हैं। पहले वो लंबे सीसीएल पर रहीं । बाद में अवैतनिक अवकाश के नाम पर गायब हो गई।

बहेड़ी ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल रूपपुर की सहायक अध्यापिका अनामिका सक्सेना 23 जनवरी 2016 से 18 मई 2016 तक छुट्टी पर रही। 17 जुलाई से अवैतनिक अवकाश का प्रार्थना पत्र देकर वो चली गई।

मझगवां ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल ढकिया के सहायक अध्यापक मयूर जैन 27 अप्रैल 2014 से 25 मई 2014 तक छुट्टी पर रहे। उनका निलंबन किया गया था। 26 मई को बीईओ मझगवां ने अवैतनिक निलंबन के चलते उन्हें जॉइन नहीं कराया।

नवाबगंज ब्लॉक के जूनियर हाईस्कूल परेवा सादात की सहायक अध्यापिका नीलम गंगवार 2009 से गायब हैं। उन्होंने 2009 के बाद स्कूल में शिक्षण कार्य नहीं किया है।



बीमारी के बाद नहीं लौटे स्कूल

ब्लॉक फतेहगंज के प्राइमरी स्कूल सेवा ज्वालापुर के सहायक अध्यापक हरेंद्र कुमार का प्रकरण कोर्ट में चल रहा है। हरेंद्र 23 जुलाई 2016 से 27 जनवरी 2017 तक बीमार रहे। बीएसए के पत्र के बाद भी उन्होंने स्कूल जॉइन नहीं किया।


दमखोदा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल मगरी के सहायक अध्यापक राकेश कुमार भी गम्भीर बीमार रहे। उन्होंने 4 जुलाई 2018 से चार हफ्ते का मेडिकल लिया। उसके बाद उन्होंने जॉइन नहीं किया।

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