मार्च-अप्रैल में होंगी राज्य विवि की वार्षिक परीक्षाएं : डॉ. शर्मा- basic shiksha news
मार्च-अप्रैल में होंगी राज्य विवि की वार्षिक परीक्षाएं : डॉ. शर्मा- basic shiksha news
प्रदेश को जल्द ही 28 नए निजी विश्वविद्यालय और 51 राजकीय महाविद्यालयों में पढ़ाई का मौका मिलेगा। नए सत्र से विवि से सम्बद्धता दिए जाने का काम ऑनलाइन किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने यह जानकारी दी है। डॉ. शर्मा बुधवार को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पिछले चार साल की उपलब्धियों का ब्योरा दे रहे थे।
लोकभवन में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि बीएड के नए महाविद्यालयों और कॉलेजों में नए कोर्स शुरू करने के लिए ऑनलाइन एनओसी की शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि छात्रों की वार्षिक परीक्षाएं मार्च व अप्रैल में कराए जाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने एम.फिल. का कोर्स खत्म करने की जानकारी भी दी। डॉ. शर्मा ने कहा कि 23 विवि के विशेषज्ञों व 1700 शिक्षाविदों व तकनीकी विशेषज्ञों के योगदान से 73468 से अधिक ई-कंटेंट पोर्टल पर मौजूद है। डिजिटल लाइब्रेरी में हिन्दी व अंग्रेजी भाषाओं में 134 विषयों के एक लाख ई-कंटेंट मौजूद हैं। इसकी सफलता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि आईआईटी खड़गपुर की नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया ने प्रदेश सरकार को पार्टनरशिप का प्रस्ताव भेजा है। जल्द ही करार किया जाएगा।
नए विवि और शोधपीठों की स्थापना
डॉ. शर्मा ने कहा कि आजमगढ़, सहारनपुर, अलीगढ़ में राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना के बाद शिक्षा जगत में प्रदेश आगे बढ़ेगा। इसके लिए बजट व भूमि आवंटन का काम हो चुका है। सिद्धार्थनगर कपिलवस्तु में इंटरनेशनल बुद्धिस्ट सेंटर एवं सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन हिन्दुइज्म, बुद्धिइज्म एवं जैनिज्म की स्थापना जा रही है। इसके अलावा डीएवी कॉलेज कानपुर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना, वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय में प्रो राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया इंस्टीटयूट ऑफ फिजिकल साइंस ऑफ स्टडी एंड रिसर्च व सेंटर फॉर रिन्यूबेल एनर्जी एंड नैनो टेक्नोलॉजी और गोरखपुर विश्वविद्यालय में महायोगी गुरु गोरक्षनाथ शोध पीठ बनाया गया है।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 120 राजकीय महाविद्यालयों में ई-लर्निंग पार्क की स्थापना की जा रही है। शोध को बढ़ावा दिया जा रहा है। बड़े प्रोजेक्ट के लिए 15 व छोटे प्रोजेक्ट के लिए 5 लाख रुपए ग्रांट दी जाएगी। यह ग्रांट विश्वविद्यालयों के साथ महाविद्यालयों के शिक्षकों को भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि आकांक्षी जिलों फतेहपुर, चित्रकूट, चंदौली, सोनभद्र, श्रावस्ती, सिद्वार्थनगर व बलरामपुर के 18 राजकीय महाविद्यालयों के पुस्तकालयों में प्रीलोडेड टैबलेट दिया जाएगा जिससे वहां के विद्यार्थी भी देश-दुनिया से जुड़ सकें।
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