शकरकंद का व्यंजन परोस बच्चों को बनाएंगे सेहतमंद: मिड-डे-मील व आंगनबाड़ी के मेन्यू में होंगे सुनहरी शकरकंद के व्यंजन
शकरकंद का व्यंजन परोस बच्चों को बनाएंगे सेहतमंद: मिड-डे-मील व आंगनबाड़ी के मेन्यू में होंगे सुनहरी शकरकंद के व्यंजन
सुनहरी शकरकंद से तैयार होने वाले पौष्टिक व्यंजन अब स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी परोसे जाएंगे। जिला प्रशासन इसका प्रस्ताव तैयार कर रहा है। शासन से मंजूरी मिलने पर इसके व्यंजन मिड-डे-मील और आंगनबाड़ी में शामिल किए जाएंगे।
कृषि वैज्ञानिक डा. रामचेत चौधरी के मुताबिक मात्र सौ ग्राम सुनहरी शकरकंद के सेवन से शरीर के लिए जरूरी विटामिन ए की भरपाई हो जाती है। इसमें गाजर की तुलना में दोगुना बीटा कैरोटीन पाया जाता है। बीटा कैरोटीन ऐसा तत्व है, जो शरीर में विटामिन ए की जरूरतों को पूरा करता है। इसके व्यंजनों और उससे होने वाले फायदे की जानकारी देने के लिए फरवरी के दूसरे सप्ताह में गोरखपुर में शकरकंद महोत्सव भी आयोजित करने की तैयारी चल रही है। डा. रामचेत के मुताबिक गोरखपुर और आसपास के जिलों में लो लैंड की वजह से बच्चों में डायरिया की समस्या अधिक होती है। इसके इलाज में विटामीन ए की अहम भूमिका होती है, सुनहरी शकरकंद इसका प्रमुख स्रोत है। इसके अलावा इसमें काबरेहाइड्रेड, वसा, प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी, राइबोफ्लेविन, नायसिन, विटामिन बी 6, फोलेट, विटामिन सी और ई, कैल्शियम, मैगनीशियम सहित कई अन्य पौष्टिक तत्व भी पाए जाते हैं।
सुनहरी शकरकंद बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है। इसके व्यंजनों का प्रचार-प्रसार करने तथा उपयोग को बढ़ावा देने के लिए फरवरी में शकरकंद महोत्सव भी आयोजित होने जा रहा है।
डा. डीके वर्मा, उप निदेशक उद्यान
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