परिषदीय स्कूलों में कार्यरत गुरूजनों को भी पास करनी होगी परीक्षा, कार्पोरेट की तर्ज पर लिखी जाएगी इनकी वार्षिक आख्या, ऐसे बनेगा शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड
परिषदीय स्कूलों में कार्यरत गुरूजनों को भी पास करनी होगी परीक्षा, कार्पोरेट की तर्ज पर लिखी जाएगी इनकी वार्षिक आख्या, ऐसे बनेगा शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित सभी परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाओं काम के आधार पर रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा। जिसके आधार पर ही भविष्य में तरक्की पा सकेंगे। शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित किए गए पैरामीटर्स पर उन्हें ज्यादा से ज्यादा नंबर जुटाने होंगे। परीक्षा में अच्छे नंबर ही भविष्य में उनकी तरक्की और इंक्रीमेंट तय करेंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग ने यह व्यवस्था शिक्षा की गुणवत्ता व प्रबंधन को बेहतर करने के लिए लागू की है। इस परीक्षा में प्रधानाध्यापकों से लेकर सहायक अध्यापकों तक सभी को 9 पैरामीटर्स में ज्यादा से ज्यादा नंबर जुटाने होंगे। पैरामीटर्स का तीन पड़ावों पर मूल्यांकन होगा। सबसे पहले खुद शिक्षकों को अपना स्वमूल्यांकन करना होगा। दूसरे स्तर पर प्रतिवेदक अधिकारी यानी खंड शिक्षा अधिकारी उनके पैरामीटर्स को जांचेंगे। दूसरे स्तर से मूल्यांकन आख्या दाखिल किए जाने के बाद तीसरा यानी अंतिम मूल्यांकन बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा किया जाएगा।
कार्पोरेट की तर्ज पर लिखी जाएगी वार्षिक आख्या
बेसिक शिक्षा विभाग में पहली बार शिक्षकों की वार्षिक आख्या कापार्ेरेट की तर्ज पर लिखी जाएगी। वार्षिक गोपनीय आख्या ऑनलाइन सब्मिट की जाएगी। पहले शिक्षक स्वमूल्यांकन कर मानव सम्पदा पोर्टल पर 15 अप्रैल तक सब्मिशन करेंगे। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी 15 मई तक इसका मूल्यांकन कर आख्या सब्मिट करेंगे। आखिरी में बेसिक शिक्षा अधिकारी वार्षिक आख्या को अंतिम रूप देंगे। वार्षिक आख्या को आखिरी रूप देने की अंतिम तिथि 31 मई है।
ऐसे बनेगा शिक्षकों का रिपोर्ट कार्ड
सभी 14 अवस्थापन सुविधाएं होने पर शिक्षक को 10 नम्बर मिलेंगे। विद्यालय में 60 से 80 फीसदी तक छात्र उपस्थिति पर 5 नंबर, विद्यालय में छात्रों की 80 फीसदी से अधिक उपस्थिति पर 10 नंबर, डिजिटल शिक्षा सामग्री के नियमित प्रयोग करने पर 10 नंबर, छात्र रिजल्ट कार्ड सभी छात्रों को शतप्रतिशत वितरित करने पर 10 नंबर, एसएमसी की नियमित बैठक में प्रतिभाग करने पर 10 नंबर, छात्रों द्वारा पुस्तकालय का नियमित प्रयोग करने पर 10 नंबर, मॉड्युल, आधारशिला, ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह को शिक्षण कार्य में नियमित प्रयोग करन पर 10 नंबर, आउट ऑफ स्कूल बच्चों का सर्वेक्षण व चिन्हित सभी बच्चों का नामांकन कराने पर 10 नंबर, शिक्षकों के 60 से 80 फीसदी तक उपस्थिति पर 5 अंक, 80 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति पर 10 अंक और प्रशिक्षण में सभी दिन प्रतिभाग करने पर 10 नंबर मिलेंगे।
शैक्षिक गुणवतता और विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति में बेहतर सुधार आदि के लिए शिक्षकों के लिए पैरामीटर्स तय किए गए हैं। शिक्षकों की मार्किंग करके उन्हें बेहतर कार्य प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने का उद्देश्य है।
-शिवेन्द्र प्रताप सिंह, बीएसए
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