परिषदीय विद्यालयों की जजर्र छतों से टपक रहीं खतरे की बूंदें
परिषदीय विद्यालयों की जजर्र छतों से टपक रहीं खतरे की बूंदें
लखनऊ: सरकारी स्कूलों के भवनों की रिपोर्ट ही बता रही है कि वहां ‘सुदामा’ कैसे बैठकर सरस्वती वंदना करते थे? इन स्कूलों की हालत पर नगर निगम ने एक रिपोर्ट तैयार की है। नगर निगम के 110 में से 55 वार्डो में प्राथमिक स्कूल हैं। प्रारंभिक जांच में चार स्कूलों में तमाम खामियां नजर आई हैं। यह हालत तब है, जब कुछ साल पहले ही प्राथमिक स्कूलों के भवनों को चमकाने में शिक्षा विभाग ने बड़ा बजट खर्च किया था।
कुछ दिन पहले इनका रंग-रोगन तो किया गया, लेकिन छतों की मरम्मत के लिए कोई योजना नहीं बनाई। ऐसे में बच्चों पर खतरे का साया मंडराता रहता है। अपर नगर आयुक्त डॉ. अर्चना द्विवेदी ने नगर निगम जोन आठ क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों की जांच में पाया कि इनकी हालात ठीक नहीं हैं। इसके बाद से विद्यालयों को संवारने की कार्ययोजना तैयार की गई है। वार्ड विकास निधि की रकम पार्षद की मर्जी से ही खर्च होती थी।
साल में चार किस्तों में यह निधि जारी की जाती है। विकास निधि की अधिकांश राशि सड़क और नाली निर्माण पर ही खर्च होती है। हर वार्ड को करीब 1.15 करोड़ रुपये (जीएसटी अलग) की विकास निधि मिलती है।
प्राथमिक विद्यालय, सालेहनगर
’ दो कमरों की छतें टपक रही हैं। कमरे में पानी भर जाता है। छत गिर सकती है।
कार्ययोजना
’ छत पर वॉटर प्रू¨फग का काम होगा। 17.36 लाख लागत आने की संभावना
प्राथमिक विद्यालय सालेहनगर की जर्जर छत ’ जागरण
प्राथमिक विद्यालय, शांतिनगर : परिसर जंगल में तब्दील हो गया है। साथ ही शौचालय जलमग्न है।
कार्ययोजना ’ नगर निगम ने इस स्कूल का सुंदरीकरण का प्रस्ताव निरस्त करने का सुझाव दिया है। हालांकि, इसके लिए 16.66 लाख रुपये का प्राकलन बनाया गया था।
हकीकत बयां करती रिपोर्ट
प्राथमिक विद्यालय, भिलावां
’ दो कमरों की छत अत्यधिक जर्जर हो चुकी है। इन कमरों में बैठकर बच्चे पढ़ाई करते थे।
कार्ययोजना ’ छत की वॉटर प्रू¨फग में सुधार के साथ ही प्लास्टर और फर्श का काम होगा। इंटरलॉकिंग टाइल्स लगेंगी। 15.90 लाख रुपये लागत आने की संभावना है।
अभियान कायाकल्प से संवारे जाएंगे स्कूल
बेसिक शिक्षा परिषद के इन स्कूलों का कायाकल्प करने का जिम्मा नगर निगम ने उठाया है। निगम 55 वार्डो में संचालित हो रहे विद्यालयों को संवारेगा। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि स्कूल परिसर और भवन का निरीक्षण कराया जा रहा है, जिससे उनका कायाकल्प हो सके।
प्राथमिक विद्यालय, रहीमाबाद
’ बाउंड्रीवॉल खराब है। खिड़कियों के पल्ले नहीं हैं। बारिश में छत से पानी टपकता है। जलनिकासी के भी इंतजाम नहीं हैं।
कार्ययोजना ’ सुधार कार्य पर 16.81 लाख रुपये खर्च होंगे।
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