अभिभावकों के खाते में जाएंगे यूनिफार्म व स्वेटर के पैसे, बेसिक शिक्षा विभाग ने कोरोना संक्रमण के प्रति सतर्कता के मद्देनजर लिया फैसला
अभिभावकों के खाते में जाएंगे यूनिफार्म व स्वेटर के पैसे, बेसिक शिक्षा विभाग ने कोरोना संक्रमण के प्रति सतर्कता के मद्देनजर लिया फैसला
वाराणसी। कोरोना संक्रमण खत्म हो चुका है, लेकिन इसके प्रति सतर्कता बरतते हुए बेसिक शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को इस साल यूनिफार्म, स्वेटर, जूते-मोजे और स्कूल बैग नहीं बांटेगा। इसकी जगह पैसा अभिभावकों के बैंक खाते में भेजा जाएगा जिले में संचालित 1144 स्कूलों में बच्चों को मुफ्त में यूनिफार्म, स्कूल बैग व स्वेटर प्रदान किया जाता है। अब बच्चों के यूनिफार्म का पैसा अभिभावकों के खाते में शासन की ओर से दिया जाएगा।
जिले में पढ़ने वाले 1.96 लाख बच्चों को नए शैक्षिक सत्र से इसकी सुविधा देने की पूरी तैयारी कर ली गई है। इसके लिए अभिभावकों का बैंक खाता संख्या जुटाया जा रहा है। इससे पहले बेसिक शिक्षा परिषद में पढ़ने वाले बच्चों के यूनिफार्म खरीद में कई बार अनियमितताओं की भी शिकायतें आती रही है। इस फैसले के बाद इन शिकायतों पर भी विराम लगाया जा सके गा। जब अभिभावकों के पास सीधे पैसा पहुंचेगा तो वो बच्चों को बाजार से बेहतर सामान दिला पाएंगे। इसके साथ ही विद्यार्थियों के पास सही समय पर सामान उपलब्ध हो सकेगा। जिससे देरी से बच्चों को पास सामान पहुंचने की शिकायतें दूर होंगी। सरकार की ओर से एक साल में दो ड्रेस दिया जाता है, प्रत्येक ड्रेस की कीमत 300 रुपये निर्धारित है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने कहा कि नए शैक्षिक सत्र से यूनिफार्म का पैसा अभिभावकों के बैंक खाते में भेजा जाएगा। शासन की ओर से इसके निर्देश आए है, जिस पर विभाग अपनी तैयारी कर रहा है।
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