शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार, बैठक में महंगाई भत्ता बहाल करने समेत कई मांगें उठीं
शिक्षकों व कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही सरकार, बैठक में महंगाई भत्ता बहाल करने समेत कई मांगें उठीं
लखनऊ। राज्य सरकार कर्मचारियों के साथ सौतेला रवैया कर रहो है। महंगाई भत्ते बंद होने से कर्मचारियों का लाखों रुपये का नुकसान हो चुका हैं। जबकि सरकार ने आगामी बजट में इस सबंध में कोई घोषणा नहीं ही हैं। सरकार को तत्काल महंगाई भत्ता बहाल करना चाहिए। साथ ही वह एरियर भी दे। ये मांगें शनिवार को जुबली कॉलेज में हुई सभा में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव ने राजकीय शिक्षक संघ के
कार्यकारी अध्यक्ष एके गौतम ने सभा की अध्यक्षता की। परिषद के पदाधिकारियों ने सभा में कहा कि पुरानी पेंशन बहाली, बेतन विसंगति दूर करने, निजीकरण समाप्त कर स्थायी नौकरियां देने, संविदा और आउटसोर्सिग कर्मचारियों को नियमित करने के लिए नीति बनाने समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर कर्मचारी संकेतिक आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने अभी तक कोई वार्ता नहीं की। परिषद के मंत्री संजय पांडेय ने कहा कि कर्मचारियों ने 10 दिन तक काला फीता बांधकर विभिन्न कार्यालयों में विरोध प्रकट किया था। इस चरण में जिले के सभी कार्यालयों में सभाएं और गेट मीटिंग की जा रही हैं। कर्मचारियों को जागरूक करने के लिए पंपलेट और पोस्टर बांटे जा रहे हैं। वहीं, आम जनता को भी परिषद की मांगों के बारे में बताया जा रहा है। परिषद के उपाध्यक्ष विनोद तिवारी ने कहा कि 18 मार्च को लखनऊ जिले के कर्मचारी एक दिनी उपवास रखते हुए धरना देंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव कार्मिक को ज्ञापन भेजा जाएगा। इसके बावजूद सरकार ने मांगों पर कोई कार्यवाही नहीं तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जुबली कॉलेज के कर्मचारियों को परिषद के मीडिया प्रभारी सुनील कुमार, कमल श्रीवास्तव, जीसी दुबे, राजेश चौधरी, सतीश यादव, अशोक कुमार, प्रबीण यादव आदि ने भी संबोधित किया। बैठक में जुबली कॉलेज कौ स्थानीय समस्याओं पर भी चर्चा हुई।
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