पढ़ाई हो, कड़ाई भी: सबको यह समझना ही होगा कि,कोरोना वायरस को,सरकार अकेले काबू नहीं कर सकती
पढ़ाई हो, कड़ाई भी: सबको यह समझना ही होगा कि,कोरोना वायरस को,सरकार अकेले काबू नहीं कर सकती
कोरोना आपदा के कारण साढ़े 11 महीने से वीरान पड़े सरकारी, निजी और सहायता प्राप्त प्राइमरी स्कूलों में सोमवार (पहली मार्च) से रौनक लौट आई है। जिस तरह स्कूलों को फूलों-गुब्बारों से सजाया गया और स्वागत-अभिनंदन हुआ, इससे निश्चय ही बच्चों को अपनत्व की सुखद अनुभूति हुई, एक ङिाझक भी टूटी। बीते वर्ष 13 मार्च के बाद अब जाकर अपनी क्लास को बच्चों ने देखा, जिया। दोस्तों से यादें-बातें साझा कीं। मिलकर खूब खुश हुए। खेल, दौड़-भाग से लेकर पढ़ाई की रूबरू बातें हुईं। यह भी महसूसा गया कि स्कूल तो सिर्फ बच्चों की बदौलत ही होते हैं, अन्यथा ये भी दीवारों से घिरे भवन से ज्यादा कुछ नहीं। अब जबकि सारे स्कूलों समेत सभी प्रतिष्ठान भी खुल चुके हैं, तब कोरोना वायरस की सक्रियता ने चिंता थोड़ी बढ़ा दी है। पहले जहां प्रदेश में रोज 100 से भी कम पाजिटिव केस आते थे, अब ज्यादा आ रहे हैं। ऐसे में सबको यह समझना ही होगा कि कोरोना वायरस को सरकार अकेले काबू नहीं कर सकती। इसे हमारे-आपके सहयोग से ही थामा जा सकता है। इसीलिए, कोविड प्रोटोकाल की गंभीरता को समङों और नियम-कायदों का पूरा पालन करें। कोविड से बचाव का टीका लगवाने में हिचकें नहीं, स्वत:स्फूर्त आगे आएं।
योगी सरकार ने कोविड से बचाव और संक्रमितों के इलाज के जिस तरह इंतजाम किए, उनकी दुनियाभर में सराहना हुई है। लेकिन, यह भी सही है कि कोरोना प्रोटोकाल के पालन में अब लापरवाही दिखने लगी है। कुछ स्कूली बच्चे बगैर मास्क पहने आ रहे हैं। कुछ जिलों में स्कूली बच्चे भी पाजिटिव निकले हैं। यह लापरवाही कतई अस्वीकार्य है। इससे भय और तनाव बढ़ता है। वैसे भी, लाकडाउन के कारण बच्चे तनाव में हैं। इसका उनकी याददाश्त पर भी बुरा असर पड़ा है। इसी कारण बेसिक शिक्षा परिषद ने छूटी पढ़ाई की भरपाई के लिए 100 दिन का प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान चलाने और अभिभावकों के लिए शिक्षा-चौपाल लगाने का निर्णय लिया है। इनके परिणाम तभी अच्छे निकलेंगे, जबकि शिक्षक-अभिभावक एकजुट होकर प्रयास करेंगे। अन्यथा ये कदम भी एक असफल सरकारी योजना सरीखे ही साबित होंगे।
सबको यह समझना ही होगा कि,कोरोना वायरस को,सरकार अकेले काबू नहीं कर,सकती। इसे हमारे-आपके सहयोग से ही थामा जा सकता है।
Post a Comment