पदस्थापन आदेश का इंतजार, प्रधानाध्यापक पद के लिए छह माह पहले हुई थी डीपीसी
पदस्थापन आदेश का इंतजार, प्रधानाध्यापक पद के लिए छह माह पहले हुई थी डीपीसी
प्रयागराज : प्रदेश के राजकीय माध्यमिक कॉलेजों में तैनात शिक्षकों को पदोन्नत पद दिए जाने के लिए उनसे कॉलेजों का विकल्प लिया जा रहा है। इसमें पुरुष संवर्ग की तैनाती होनी है, जबकि महिला संवर्ग की पदोन्नति भी छह माह पहले हो चुकी है और पदस्थापन के लिए विकल्प भी मांगा गया। लेकिन, अब तक आदेश जारी नहीं हुआ है। इससे शिक्षिकाओं में नाराजगी है। निदेशालय की ओर से कहा गया है कि प्रकरण माध्यमिक शिक्षा निदेशक स्तर पर लंबित है, जल्द ही आदेश जारी होगा।
राजकीय माध्यमिक कॉलेजों में तैनात शिक्षिकाओं का प्रधानाध्यापक पद के लिए लगभग छह माह पहले विभागीय पदोन्नति कमेटी की बैठक हुई थी, इसमें अर्ह शिक्षिकाओं को पदोन्नत करके उनसे लगभग दो माह पहले पदस्थापन के लिए कॉलेजों का विकल्प मांगा गया था। अब तक महिला संवर्ग का पदस्थापन आदेश नहीं हुआ। शिक्षिकाएं इसकी राह देख रही हैं। अब पुरुष संवर्ग से विकल्प मांगने पर उनमें नाराजगी भी है।
इसी तरह से एलटी (पुरुष संवर्ग) से प्रवक्ता के लिए पदोन्नति अब तक नहीं हो पायी है। इसको लेकर एलटी (पुरुष संवर्ग) के शिक्षकों में नाराजगी है। ऐसे ही एलटी (महिला) की प्रवक्ता के लिए हंिदूी सहित कई विषयों की डीपीसी होनी है। शिक्षा निदेशालय की ओर से कहा गया है कि शिक्षिकाओं से लिए विकल्प को निदेशक माध्यमिक शिक्षा से अनुमोदन को भेजा है वहां जल्द आदेश निर्गत हो सकते हैं। साथ ही एलटी ग्रेड शिक्षकों को पदोन्नति दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग से संपर्क बना है। तारीख तय होते ही प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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