UP Schools Reopen: एक साल बाद आज से खुलेंगे प्राथमिक विद्यालय, मनाया जाएगा उत्सव: स्कूलों में बंटेगी प्रिंट रिच सामग्री और गणित किट
UP Schools Reopen: एक साल बाद आज से खुलेंगे प्राथमिक विद्यालय, मनाया जाएगा उत्सव: स्कूलों में बंटेगी प्रिंट रिच सामग्री और गणित किट
लखनऊ : कोरोना के कारण पिछले साढ़े ग्यारह महीने से बंद प्रदेश के सभी सरकारी, सहायताप्राप्त और निजी प्राइमरी स्कूलों सोमवार से खुल जाएंगे। कक्षा एक से पांच तक के छात्र-छात्रओं को स्कूल लाने की विशेष कोशिश की जाएगी। शासन ने स्कूलों में कोविड प्रोटोकाल और मानक प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है। परिषदीय स्कूल सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक संचालित होंगे। परिषदीय स्कूलों को सजाया जाएगा। बच्चों की पढ़ाई का जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई के लिए परिषदीय स्कूलों में 100 दिवसीय प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान संचालित किया जाएगा। बच्चों का प्रारंभिक आकलन कर उन्हें उपचारात्मक शिक्षा देने पर जोर होगा, ताकि वे कक्षा के अनुरूप लर्निंग आउटकम हासिल कर सकें। अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई के प्रति जागरूक करने के लिए मोहल्लों और गांवों में शिक्षा चौपाल लगेंगी।
सरकारी स्कूलों में विद्यालय के पहले दिन को उत्सव के रूप में मनाने की तैयारी है। इस संबंध में शासन की ओर से विशेष गाइडलाइन जारी की गई है। विद्यालय को सजाने संवारने के साथ ही चौपाल, ज्ञानोत्सव की रौनक बिखरेगी।
पहले दिन विद्यालय को गुब्बारे से सजाया जाएगा, मिड डे मील में बच्चों का मन पसंद नाश्ता व भोजन परोसा जाएगा। कोविड काल की कहानियों को भी रोचक अंदाज में बच्चे व शिक्षक बयां करेंगे। कुल मिलाकर पहले दिन को उत्सव की तरह मनाने की तैयारी है। जिले के स्कूलों में पिछले एक हफ्ते से इसकी तैयारी भी चल रही है। पहले शिक्षकों ने अभिभावकों से सहमति ली। इसके बाद विद्यालयों की साफ-सफाई की गई और अब बच्चों के स्वागत की पूरी तैयारी है। पहले दिन विद्यालयों को गुब्बारे, झालर व रंगोली आदि से सजाया जाएगा। बच्चों से छोटे-छोटे समूहों में चर्चा कर कोविड-19 महामारी के अनुभवों को कहानी के रूप में सुना जाएगा। बच्चों में विद्यालय के प्रति रुचि पैदा करने के लिए खेल आदि के आयोजन की भी पूरी तैयारी की गई है। इसके अलावा पहले दिन रचनात्मक क्रियाकलापों जैसे मिट्टी के खिलौने बनाना व उनकी पेंटिंग करना, पेपर क्राफ्ट की मदद से विभिन्न आकृतियों का सृजन करना, ड्राइंग पेंटिंग व कलरिंग करना आदि पर विशेष फोकस रहेगा। ताकि बच्चे किसी भी तरह से बोझिल महसूस न करें और उनका विद्यालय आने की ओर रुचि बढ़े।
एमडीएम में बच्चों का मन पसंद नाश्ता मिलेगा
विद्यालय खुलने के पहले दिन बच्चों को एमडीएम में उनके मन पसंद का नाश्ता और भोजन भी दिया जाएगा। इतने दिन बाद विद्यालय पहुंचे बच्चों का हर तरह से स्वागत किया जाएगा। शिक्षक बच्चों की माताओं के साथ बैठक कर बच्चों की रुचि को भी जानेंगे।
शिक्षा चौपाल व ज्ञानोत्सव का होगा आयोजन
एसएमसी सदस्यों व जनसमुदाय के साथ अध्यापकगण शिक्षा चौपाल व ज्ञानोत्सव का आयोजन करेंगे। इस उत्सव में जनसमुदाय भी अपनी सहभागिता देंगे।
स्कूलों में बंटेगी प्रिंट रिच सामग्री और गणित किट
बेसिक शिक्षा परिषदीय स्कूलों के खुलने की तैयारियां पूरे जोर शोर से चल रही है। इसके लिए स्कूलों में 102 प्रकार की प्रिंट रिच सामग्री, गणित किट और सम्रद्ध कार्यक्रम की अभ्यास पुस्तिकाओं को पहुंचाने की भी तैयारी कर ली गई है। रविवार को नगर संसाधन केंद्र पर सामग्री की पैकिंग और बंडल बनाने का कार्य किया गया। जिससे स्कूल खुलने के पहले दिन ही सभी स्कूलों तक सामग्री पहुंचाई जा सके। खण्ड शिक्षा अधिकारी नगर क्षेत्र नगेन्द्र कुमार के निर्देशन में राहुल शर्मा, सतीश कुमार, दिलीप कुमार, मुकुल कौशिक आदि ने इस कार्य में सहयोग प्रदान किया।
उधर, पब्लिक स्कूलों और अभिभावकों में नहीं बन रही सहमति
जहां एक ओर सरकारी स्कूलों में विद्यालय खुलने की तैयारी जोरो-शोरो से की गई है। वहीं दूसरी ओर पब्लिक स्कूलों के अभिभावक अभी भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने को पूरी तरह से सहमत नही हैं। उनकी सहमति देने की रफ्तार बेहद धीमी हैं। स्कूल भी अभी इस संबंध में स्पष्ट रूप से नहीं बता पा रहे हैं कि सोमवार से पहली से पांचवीं के कितने बच्चे विद्यालय पहुंचेंगे। ज्यादातार विद्यालयों में अभिभावकों ने लिखित सहमति नहीं दी है। इन विद्यालयों में अभी छठी से आठवीं तक के बच्चों को बुलाने की ही जद्दोजहद चल रही है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राइमरी विद्यालय एक मार्च से खुलने के लिए तैयार हैं। पहले दिन बच्चों और उनके अभिभावकों के स्वागत की भी तैयारी की गई है। साथ ही विद्यालय गुब्बारे, झालर और रंगोली से सजेंगे। सोमवार सुबह-सुबह इन विद्यालयों में उत्सव का माहौल होगा।
योगेंद्र कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
सोमवार से पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं संचालित की जाएंगी। इसके लिए अभिभावकों से सहमति ली जा रही है। उन्हें बच्चों को विद्यालय भेजने को मोटिवेट भी किया जा रहा है। विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए कोविड के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है। अभिभावकों की सहमति की रफ्तार धीमी है। सोमवार को विद्यालय खुलने पर स्थिति और साफ होगी।- नीरज कुमार गुप्ता, महासचिव, मुरादाबाद पब्लिक स्कूल एसोसिएशन
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