Header Ads

कोरोना काल में ऑनलाइन हो रही है स्कूलों से पढ़ाई, प्रयागराज के शिक्षकों के 200 वीडियो हुए चयनित

 कोरोना काल में ऑनलाइन हो रही है स्कूलों से पढ़ाई, प्रयागराज के शिक्षकों के 200 वीडियो हुए चयनित

कोरोना ने समूची जीवनशैली के साथ पठन पाठन का तौर तरीका भी पूरी तरह से बदल दिया है। पिछला सत्र ऑनलाइन पढ़ाई में गुजरा। उम्मीद थी कि नए सत्र में विद्यार्थी स्कूल जा सकेंगे पर ऐसा नहीं हो सका। इस बार हालात और भी बिगड़ते दिख रहे हैं। सभी की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल कॉलेज बंद कराकर पढ़ाई दोबारा ऑनलाइन शुरू करा दी गई है। इसमें उत्साहजनक बात यह कि ऑनलाइन पढ़ाई के लिए राज्य स्तर पर जो शैक्षिक वीडियो माध्यमिक शिक्षा विभाग तैयार करा रहा है उसमें प्रयागराज के शिक्षकों की बड़ी भूमिका है। अब तक करीब 200 वीडियो यहां के शिक्षकों के स्वीकृत हो चुके हैं।



उत्साह से वीडियो तैयार कर रहे हैं शिक्षक

जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि विभाग की ओर से विषयों को आवंटित कर वीडियो बनाए जा रहे हैं। यहां के शिक्षक उत्साह के साथ भागीदारी कर रहे हैं। गुणवत्ता युक्त वीडियो बनने के कारण उन्हेंं पसंद भी किया जा रहा है। इनमें खास तौर पर जीआइसी के शिक्षक डा. प्रभाकर त्रिपाठी के 12 वीडियो प्रसारित हो चुके हैं। यह सभी हिंदी व्याकरण से संबंधित हैं। व्यूज और लाइक के आधार पर इनकी लोकप्रियता भी काफी है। अब तक 20,714 लोगों ने हिंदी व्याकरण के वीडियो देखे हैं। जीआइसी के ही शिक्षक डा. हिमांशु सिंह ने इतिहास के पाठ के वीडियो बनाए हैं। उन्हेंं भी पसंद किया जा रहा है। पारुल यादव ने गणित, प्रीति मिश्रा ने संस्कृत, मधु यादव ने रसायन विज्ञान, क्षमा शुक्ला ने हाई स्कूल संस्कृत के अलग-अलग अध्याय के वीडियो बनाए जिन्हेंं राज्य स्तर पर चयनित किया गया। कर्नलगंज इंटर कॉलेज के लालजी यादव ने रसायन विज्ञान, जीजीआइसी हंडिया की बबिता गौतम का गृह विज्ञान, एबीआइसी के अनुपम परिहार का ङ्क्षहदी एवं जयदीप गांगुली का अंग्रेजी से संबंधित वीडियो भी चयनित हो चुके हैं। सीएवी के शिक्षक दिनेश ने अनिवार्य संस्कृत के अध्याय से संबंधित वीडियो तैयार किया। उसे दूरदर्शन व स्वयं प्रभा चैनल पर प्रसारित किया जा चुका है।  

मॉडल प्रश्नपत्र भी उपलब्ध करा रहे
डा. प्रभाकर त्रिपाठी ने बताया कि डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से विद्यार्थियों को मॉडल प्रश्नपत्र परीक्षा में मददगार साबित होंगे। इसमें केपीआइसी के सुदीप, जीजीआइसी की शिक्षक मधु ने भी सहयोग दिया है। अन्य शिक्षकों ने भी मॉडल प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने में रुचि लेना शुरू कर दिया है।

कोई टिप्पणी नहीं