हजारों दंपति पहुंचे ड्यूटी कटवाने:- शिक्षकों के आवेदन पर बीएसए बोले- सबकी ड्यूटी काटी तो बचेंगे सिर्फ 2000 कर्मी
हजारों दंपति पहुंचे ड्यूटी कटवाने:- शिक्षकों के आवेदन पर बीएसए बोले- सबकी ड्यूटी काटी तो बचेंगे सिर्फ 2000 कर्मी
बरेली:-
पंचायत चुनाव में लगी ड्यूटी कटवाने का सिलसिला अब तेज हो गया है। जिले में चार हजार शिक्षक दंपति हैं। ऐसे में ड्यूटी कटवाने वालों की भीड़ पूरे दिन कार्यालयों में उमड़ी रहती है। जिन लोगों को समस्या है वे ड्यूटी कटवाने आ रहे हैं। साथ ही सरकारी नौकरी वाले पति-पत्नी भी पहुंच रहे हैं।
उनका कहना है कि शासन ने आदेश जारी किया है कि पति- पत्नी दोनों सरकारी नौकरी में होने पर किसी एक की ड्यूटी लगाई जाएगी। ऐसे में वे ड्यूटी कटवाने के लिए कार्यालयों में पहुंच रहे हैं जबकि शासनादेश में स्थितियों के आधार पर निर्णय लेने की बात कही गई है। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि चार हजार शिक्षक- शिक्षिकाओं में पति-पत्नी के हिसाब ड्यूटी काट देंगे तो केवल 2000 ही शिक्षक-शिक्षिकाएं बचेंगे। ऐसे में चुनाव कैसे कराया जाएगा। इस पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों की समस्याएं होंगी। उनकी ड्यूटी काट दी जाएगी। उधर, दूसरी ओर बीएसए कार्यालय में ड्यूटी कटवाने के लिए अधिकांश गर्भवती महिलाएं पहुंच रही हैं लेकिन बीएसए सभी को चुनाव कार्मिक प्रभारी डीसी मनरेगा के पास भेज रहे हैं।
यूटा ने भी डीसी मनरेगा से मिलकर की बात
मंगलवार को यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन यूटा) के जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने चुनाव कार्मिक प्रभारी डीसी मनरेगा गगाराम से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश का हवाला देते हुए पति पत्नी में से किसी एक को ड्यूटी से मुक्त करने पर चर्चा की। जिस पर प्रभारी कामिक गंगाराम ने कहा कि अगर ऐसे सभी पति-पत्नी में से किसी एक डयूटी काटी जाएगी तो चुनाव कैसे करा पाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिनकी समस्या होगी उन पर विचार किया जाएगा। इस मौके पर हेमन्त कुमार, जितेंद्र पाल सिंह, अमित चंद्रा, सन्तोष कुमार आदि मौजूद रहे।
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