प्रशिक्षण कार्यक्रम मॉक ड्रिल के ज़रिए संचालित होगी नियमावली,हर जिले में 50 स्कूलों को किया जाना है प्रशिक्षित
प्रशिक्षण कार्यक्रम मॉक ड्रिल के ज़रिए संचालित होगी नियमावली,हर जिले में 50 स्कूलों को किया जाना है प्रशिक्षित
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षकों और छात्रों के लिए एक प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन के लिए टाइम्स सेंटर ऑफ लर्निंग (टीसीएलएल ) की नियुक्ति की है। इस कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के 3750 स्कूलों में प्रशिक्षण और मॉक ड्रिल संचालित किया जाएगा। हर जिले में 50 स्कूलों को प्रशिक्षित किया जाना है जिसमें 10 प्राथमिक स्कूल और 40 माध्यमिक स्कूल शामिल हैं।
हर स्कूल के प्रधानाचार्य अपने-अपने स्कूलों में शिक्षकों की संख्या तय करेंगे। शिक्षकों के साथ-साथ विभिन्न कक्षाओं के 50 छात्र प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से टीसीएलएल द्वारा 187500 शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा। टीसीएलएल एनडीएमए / एनडीआईएम और एसडीएमए के दिशानिर्देशों के अनुसार स्कूली निर्देश और नियमावली का भी एक मसौदा तैयार करेगा। टीसीएलएल प्राथमिक और माध्यमिक छात्रों के लिए एक अलग प्रशिक्षण मैनुअल का मसौदा भी तैयार करेगा और भाग लेने वाले हर छात्र को इसकी एक कॉपी दी जाएगी। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, लेफ्टिनेंट जनरल आर. पी. शाही (एवीएसएम) ने कहा कि किसी आपदा के परिणामों को कम करने की प्रभावी योजना 'सभी खतरनाक हैं' के दृष्टिकोण और सभी संभावित सम्मिलित लोगों के साथ संयुक्त परामर्श से निकलेगी। पहले से योजना बनाकर और जितनी हो सके उतनी स्वास्थ्य और सुरक्षा परिवर्तनीयाताओं की प्रत्याशा में स्कूल यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि संकट के दिन निर्णय न केवल त्वरित और प्रभावकारी ढंग से लिए जाएँ, बल्कि वे सही भी हों और आपदा के लिए पूर्व योजना पर व्यतीत समय से स्वतः प्रतिक्रिया आनी चाहिए, ताकि जब कोई घटना घटित हो तब स्कूल उसे रोकने और नियंत्रित करने में बेहतर रूप से सक्षम हो सके। हमें विश्वास है कि टाइम्स सेंटर ऑफ लर्निंग हमारी प्रशिक्षण पहल में मदद करने में सक्षम होगा। टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग के सीईओ अनीश श्रीकृष्ण ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, हमारा कोर्स आपदा स्थितियों में योजना के तरीकों, तैयारियों और आघात के रोगियों का प्रबंधन सिखाता है। व्याख्यान और इंटरैक्टिव परिदृश्यों के माध्यम से छात्रों और शिक्षकों को घटना कमांड शब्दावली, आपदा के सिद्धांत, चोट के पैटर्न और समर्थन के लिए संपत्ति की उपलब्धता के बारे में पता चलता है। टाइम्स सेंटर ऑफ लर्निंग ने एनडीएमए / एनडीआईएम और एसडीएमए के दिशानिर्देशों के अनुसार पाठ्यक्रम को सावधानीपूर्वक तैयार किया है ।
हर स्कूल के प्रधानाचार्य अपने-अपने स्कूलों में शिक्षकों की संख्या तय करेंगे। शिक्षकों के साथ-साथ विभिन्न कक्षाओं के 50 छात्र प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम के माध्यम से टीसीएलएल द्वारा 187500 शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा। टीसीएलएल एनडीएमए / एनडीआईएम और एसडीएमए के दिशानिर्देशों के अनुसार स्कूली निर्देश और नियमावली का भी एक मसौदा तैयार करेगा। टीसीएलएल प्राथमिक और माध्यमिक छात्रों के लिए एक अलग प्रशिक्षण मैनुअल का मसौदा भी तैयार करेगा और भाग लेने वाले हर छात्र को इसकी एक कॉपी दी जाएगी। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, लेफ्टिनेंट जनरल आर. पी. शाही (एवीएसएम) ने कहा कि किसी आपदा के परिणामों को कम करने की प्रभावी योजना 'सभी खतरनाक हैं' के दृष्टिकोण और सभी संभावित सम्मिलित लोगों के साथ संयुक्त परामर्श से निकलेगी। पहले से योजना बनाकर और जितनी हो सके उतनी स्वास्थ्य और सुरक्षा परिवर्तनीयाताओं की प्रत्याशा में स्कूल यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि संकट के दिन निर्णय न केवल त्वरित और प्रभावकारी ढंग से लिए जाएँ, बल्कि वे सही भी हों और आपदा के लिए पूर्व योजना पर व्यतीत समय से स्वतः प्रतिक्रिया आनी चाहिए, ताकि जब कोई घटना घटित हो तब स्कूल उसे रोकने और नियंत्रित करने में बेहतर रूप से सक्षम हो सके। हमें विश्वास है कि टाइम्स सेंटर ऑफ लर्निंग हमारी प्रशिक्षण पहल में मदद करने में सक्षम होगा। टाइम्स प्रोफेशनल लर्निंग के सीईओ अनीश श्रीकृष्ण ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, हमारा कोर्स आपदा स्थितियों में योजना के तरीकों, तैयारियों और आघात के रोगियों का प्रबंधन सिखाता है। व्याख्यान और इंटरैक्टिव परिदृश्यों के माध्यम से छात्रों और शिक्षकों को घटना कमांड शब्दावली, आपदा के सिद्धांत, चोट के पैटर्न और समर्थन के लिए संपत्ति की उपलब्धता के बारे में पता चलता है। टाइम्स सेंटर ऑफ लर्निंग ने एनडीएमए / एनडीआईएम और एसडीएमए के दिशानिर्देशों के अनुसार पाठ्यक्रम को सावधानीपूर्वक तैयार किया है ।
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