कोरोना का कहर: सर्दी, खांसी व सांस लेने में तकलीफ होने से परिषदीय शिक्षक की मौत
कोरोना का कहर: सर्दी, खांसी व सांस लेने में तकलीफ होने से परिषदीय शिक्षक की मौत
सर्दी, खांसी व सांस लेने में तकलीफ होने से शिक्षक की मौत हुई। शिक्षक कई दिनों से बीमार चल रहे थे। कासगंज में उपचार के बाद उन्हें 10 दिन पहले आगरा रेफर किया गया। शनिवार सुबह अचानक उनकी हालात बिगड़ने से मौत हो गई।
जनपद एटा के गांव फतेहपुर निवासी जयप्रकाश (42) पुत्र बासुदेव सहावर विकास खंड क्षेत्र के गांव चांदपुर में प्राथमिक स्कूल पर सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे। दस दिन पूर्व सर्दी-खांसी से उन्हें समस्या हुई। उपचार के लिए कासगंज जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां से चिकित्सकों ने आगरा रेफर कर दिया। यहां उनका उपचार चल रहा था। हालत में सुधार होने पर आगरा से छह दिन पूर्व उन्हें घर भेज दिया गया। शनिवार की सुबह अचानक उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। उनका ऑक्सीजन स्तर भी गिर गया था। परिजन उन्हें जिला अस्पताल ले गए लेकिन यहां पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। शिक्षक की मौत से परिजनों में कोहराम मचा है। उनकी पत्नी कैलाश देवी निगेटिव थी कोरोना संक्रमण रिपोर्ट शिक्षक की हालत बिगड़ने के बाद उनकी कोरोना संक्रमण की जांच हुई या नहीं, पहले तो इसकी पुष्टि अफसर नहीं कर पाए। लेकिन बाद में परिजनों से विस्तृत जानकारी ली तो स्पष्ट हुआ कि आगरा में उनकी कोरोना संक्रमण की जांच हुई थी। रिपोर्ट नेगेटिव थी।
अस्पताल लाने से पहले ही शिक्षक की मौत हो गई थी। उनका इलाज आगरा में चल रहा था। कोरोना रिपोर्ट भी नेगेटिव थी। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। - डॉ. अनिल कुमार, सीएमओ।
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