पंचायत चुनाव के दौरान लोक व्यवस्था भंग करने तथा उपद्रव करने वालों पर लगेगा रासुका: अपर मुख्य सचिव गृह
पंचायत चुनाव के दौरान लोक व्यवस्था भंग करने तथा उपद्रव करने वालों पर लगेगा रासुका: अपर मुख्य सचिव गृह
लखनऊ : कोरोना संक्रमण की लगातार बढ़ती चुनौती के बीच शासन ने लापरवाही व गड़बड़ी करने वालों से अब पूरी सख्ती से निपटने का निर्णय किया है। अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने पंचायत चुनाव के दौरान लोक व्यवस्था भंग करने तथा उपद्रव करने वालों के विरुद्ध रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही कोविड-19 के नियमों का अनुपालन कराने के लिए थानाध्यक्षों की भी जवाबदेही तय की है। कहा है कि नियमों का अनुपालन कराने में ढिलाई पर संबंधित थानेदार के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
अवस्थी ने शुक्रवार शाम लखनऊ में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ विभूतिखंड, इंदिरानगर, अलीगंज, जानकीपुरम, पारा, हुसैनगंज व अन्य क्षेत्रों का भ्रमण कर कोविड-19 के नियमों के अनुपालन का जायजा लिया। अवस्थी का कहना है कि इस दौरान कई स्थानों पर गाड़ियों के भीतर बैठे लोग बिना मास्क लगाए मिले। दुकानों के भीतर भी दुकानदार बिना मास्क लगाए पाए गए। वीवीआइपी गेस्ट हाउस के पास कुछ पीएसीकर्मी भी बिना मास्क के मिले, जिनका चालान किया गया। बताया कि नौ अप्रैल से 15 अप्रैल के मध्य लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने मास्क न लगाने वाले 331 लोगों का चालान किया है।
अवस्थी ने पंचायत चुनाव के प्रथम चरण का मतदान स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मियों को बधाई दी है। कहा कि लोक व्यवस्था भंग करने व उपद्रव के दौरान संपत्ति को क्षति पहुंचाने वालों से वसूली भी कराई जाएगी। उन्होंने पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को खुद चेकिंग कर नियमों का अनुपालन कराने का निर्देश भी दिया है।
अपर मुख्य सचिव गृह के अनुसार कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए जिला प्रशासन के पर्यवेक्षण में फायर सर्विस के जरिए सेनिटाइजेशन कराया जा रहा है। विभिन्न जिलों में 1069 हॉटस्पॉट/संभावित हॉटस्पॉट, 2403 संवेदनशील स्थलों, 3690 बाजारों व 7532 आवासीय स्थलों समेत कुल 28494 स्थानों पर सेनिटाइजेशन कराया गया है।
1. 51 लाख से अधिक यात्रियों की स्क्रीनिंग
अपर मुख्य सचिव, गृह का कहना है कि करोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए दूसरे प्रदेशों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच के लिए संघन चेकिंग शुरू की गई है। प्रदेश के विभिन्न स्टेशनों पर उतरने वाले 1. 51 लाख से अधिक यात्रियों की स्क्रीनिंग कराई गई। चेकिंग में संदिग्ध पाये गए 10150 व्यक्तियों के कोविड टेस्ट किये गये, जिनमें 281 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
मुख्य सचिव ने क्वारंटाइन सेंटरों की सूची मांगी
कोरोना के प्रसार के साथ ही दूसरे प्रदेशों से पलायन कर रहे प्रवासी श्रमिक-कामगार उत्तर प्रदेश लौटने लगे हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली समेत दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों के लिए सभी जिलों में क्वारंटाइन सेंटर बनाने का निर्देश मुख्यमंत्री पहले ही दे चुके हैं। इन प्रवासी मजदूरों की जांच कर रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर इन सेंटर में रखा जाएगा। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने सभी जिलाधिकारियों से क्वारंटाइन सेंटरों की सूची तत्काल मांगी है।
प्रवासी मजदूरों की मदद पर हार्वर्ड विवि ने की प्रशंसा
पिछले वर्ष कोरोना काल के दौरान प्रदेश के श्रमिक-कामगारों, ठेला, खोमचा, रेहड़ी लगाने वाले या दैनिक कार्य करने वाले सभी लोगों के लिए भरण-पोषण की व्यवस्था की गई। इसकी प्रशंसा हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने भी की। विश्वविद्यालय ने अपने अध्ययन में कहा कि योगी सरकार ने कोरोना संक्रमण के दौरान प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को सभी तरह की सुविधाएं पहुंचाईं।
अवनीश कुमार अवस्थी (फाइल फोटो)
Post a Comment