टीजीटी पीजीटी सहित दूसरी शिक्षक भर्तियों को कोरोना की स्थिति सामान्य होने तक रोकने की मांग
टीजीटी पीजीटी सहित दूसरी शिक्षक भर्तियों को कोरोना की स्थिति सामान्य होने तक रोकने की मांग
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2021 की तैयारी के लिए पहल किए जाने का प्रतियोगी छात्रों ने विरोध किया है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा एवं युवा मंच ने 13 जून को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा कराने के किसी भी प्रस्ताव के विरोध का फैसला किया है। प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि ऐसे समय जब संक्रमण पूरे जोर पर है, आयोग की ओर से पीसीएस सहित दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं को स्थगित किया जाना चाहिए।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने सवाल उठाया कि क्या लोक सेवा आयोग के सचिव को यह पता नहीं है कि इस समय कोरोना का संक्रमण चरम पर है। ऐसे समय में सात लाख परीक्षार्थियों वाली पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा कैसे कराई जा सकती है। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के लिए 23 जिलों में केंद्र बनाया जाएगा। ऐसे में प्रतियोगी छात्रों को 100 से 150 किमी की यात्रा तय करके परीक्षा
देने के लिए दूसरे शहरों में जाना होगा। इससे परीक्षार्थियों में कोरोना संकमण फैलने का खतरा बढ़ जाएगा। समिति ने लोक सेवा आयोग सहित दूसरी सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है।
भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा अध्यक्ष कौशल सिंह ने पीसीएस परीक्षा 2021 की तिथि को आगे बढ़ाने के लिए बुधवार को मुहिम चलाई। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं लोक सेवा आयोग सचिव तक अपनी बात पहुंचाई। उनका कहना है कि जब संघ लोक सेवा आयोग ने जून के अंत तक अपनी सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं तो ऐसे समय में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अपनी सबसे बड़ी पीसीएस परीक्षा कैसे करा पाएगा। विरोध करने वालों में रंजीत कुमार, गौरव त्रिपाठी अभिषेक सिंह संदीप तिवारी आदि शामिल रहे।
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