कोरोना के डोर टू डोर सर्वे में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की संख्या बढ़ी, ड्यूटी के बाद कई शिक्षक अस्वस्थ
कोरोना के डोर टू डोर सर्वे में परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की संख्या बढ़ी, ड्यूटी के बाद कई शिक्षक अस्वस्थ
प्रयागराज : कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए टेस्टिंग, ट्रेसिंग व ट्रीटमेंट तेज किया गया है। संक्रमितों का पता लगाने के लिए डोर टू डोर सर्वे के लिए अधिक से अधिक मोहल्लों में टीम भेजी जा रही है। इनमें ड्यूटी के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के अतिरिक्त परिषदीय स्कूलों के शिक्षक भी लगाए गए हैं।
बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि पूर्व में जो शिक्षक डोर टू डोर सर्वे ड्यूटी में थे, उनके अतिरिक्त 250 शिक्षक और लगा दिए गए हैं। शहरी क्षेत्र को 12 जोन व 100 सेक्टरों में बांटा गया है। सभी जोन में मेडिकल मोबाइल यूनिट को सहयोग देने के लिए शिक्षक भी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 150 शिक्षकों को कोविड कंट्रोल रूम में भी तैनात करने की तैयारी है। यह कंट्रोलरूम 24 घंटे कार्य कर रहा है। सिफ्टवार सभी की ड्यूटी लगाई जा रही है। शिक्षकों को नहीं मिले सुरक्षा उपकरण
कोविड अस्पतालों में इतनी तेजी से संक्रमित बढ़ रहे हैं कि इससे स्वास्थ्य महकमा ही कांपने लगा है।
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डोर टू डोर सर्वे ड्यूटी में लगे शिक्षक शनिवार को केपी इंटर कॉलेज में एकत्र हुए। सभी को सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए। स्वास्थ विभाग के कर्मियों को बचाव के लिए कुछ उपकरण उपलब्ध कराए गए थे। एडीएम सिटी से शिक्षक नेता अजय सिंह ने मांग की कि शिक्षकों को संक्रमण से बचाव के लिए सहायक उपकरण दिए जाएं। चुनाव
ड्यूटी के बाद कई शिक्षक अस्वस्थ
शिक्षक नेता अजय सिंह ने बताया कि चुनाव ड्यूटी के बाद दो दर्जन से अधिक अध्यापकों ने अस्वस्थ होने की शिकायत की है। अधिकांश के शरीर में दर्द, बुखार व गले में दर्द हो रहा है। इनमें से कई ने खुद को अइसोलेट भी कर लिया है।
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