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पति कोरोना पाजिटिव पत्नी को प्रशिक्षण में बुलाया,फिर हुआ यह

 पति कोरोना पाजिटिव पत्नी को प्रशिक्षण में बुलाया,फिर हुआ यह

बहराइच



कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कहर बन कर लोगों पर टूट रही है। देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, पुराने रिकार्ड टूट रहे हैं। काफी तेजी से संक्रमित मरीजों की मौत भी हो रही है। जिसको लेकर केन्द्र व राज्य सरकार के साथ-साथ कोर्ट ने भी गाइडलाइन का पालन करने निर्देश जारी किया है। इसके बावजूद भी जिले के कुछ अधिकारी निर्देशों को दरकिनार कर कोरोना गाइडलाइन को तार-तार करने में जुटे हैं। ताजा लापरवाही का मामला त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव प्रशिक्षण में देखने को मिला। जहां एक कोरोना पॉजिटिव की शिक्षिका पत्नी को प्रशिक्षण में शामिल करा दिया गया, जबकि उसकी जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है, और उसके खुद कोरोना पॉजिटिव होने संभावनाएं भी बरकरार हैं। पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न करवाने के लिए किसान महाविद्यालय में मतदान ड्यूटी में लगे कार्मिकों का प्रशिक्षण चल रहा है। शुक्रवार को मतदान ड्यूटी में अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों को बीएसए की ओर से नोटिस जारी की गई थी। शनिवार को प्रशिक्षण में हाजिर होने व स्पष्टीकरण देने की बात कही गई थी। शनिवार को महसी ब्लॉक के मुद्धापुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका पहुंचीं और उन्होंने अपना स्पष्टीकरण प्रशिक्षण स्थल पर सौंपा। स्पष्टीकरण में शिक्षिका ने साफ बताया है कि उनके पति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। साथ ही पति की देखभाल को स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड प्रोटोकाल के तहत उन्हें केयर टेकर के रूप में रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें सेल्फ आइसोलेशन में रखा गया और उनकी व परिवार के अन्य सदस्यों का सैंपल जांच के लिए ले जाया गया है। जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। जिस कारण वह प्रशिक्षण से अनुपस्थित थी।

प्रशिक्षण में सोशल डिस्टेंसिंग का अभाव: जिला मंत्री

 



बहराइच। शिक्षक कार्मिकों को लेकर उत्तरप्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री विजय उपाध्याय ने सवाल खड़े किए और प्रशिक्षण में सोशल डिस्टेंसिग के अभाव की बात कही। उन्होंने कहा कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बेसिक शिक्षकों को बिना किसी स्वास्थ्य बीमा और जरूरी ऐतिहात के चुनाव ड्यूटी में लगाया जाना गलत है। परिवार के सदस्यों के कोरोना पाजिटिव होने की सूचना देने के बाद भी शिक्षकों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है। जिससे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अन्य कार्मिकों के लिए खतरा हो सकता है। अधिकारियों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करना चाहिए। प्रशिक्षण में भी सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया जा रहा है।

बीएसए ने कुछ भी बताने से किया इनकार


बहराइच। शिक्षा विभाग के मुखिया प्रभारी बीएसए डॉ. उदय राज से जब इस संबंध में दूरभाष पर जानकारी लेने की कोशिश की गई, तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण की जिम्मेदारी हमारी नहीं है। हम बस अनुपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं की जानकारी रखते हैं।



कोट-


शिक्षिका की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसका नाम ड्यूटी से हटा दिया जाएगा। प्रशिक्षण में शिक्षिका को अलग बैठा कर प्रशिक्षण दिलवाया गया है। 

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